×

अब घर पर बना सकेंगे बीयर, जानें क्या है पूरी प्रक्रिया?

beer
हम आपको बताने जा रहे हैं कि घर पर बीयर कैसे बनाई जा सकती है। 

बीयर को बनाने के कई तरीके हैं। इसे बनाने की प्रक्रिया में थोड़ी तकनीक का इस्तेमाल करना पड़ता है। हूं या जौ के दानों से बनी बीयर को बनाने के कई तरीके हैं। वक्त के साथ बीयर का स्वाद बढ़ाने के लिए इससे साथ कई और चीजें भी मिलाई जाती हैं। पुराने समय में बीयर को कच्ची शराब भी कहा जाता थाबीयर बनाने के लिए आपको किस प्रोसेस को फॉलो करना होता है। 

 

Benefits of drinking beer: बीयर पीने के इतने फायदे जान चौक जाएंगे आप

अगर आप घर पर या अपने घर पर बियर बनाना चाहते हैं, तो आप अपनी पहली बैच बनाने के लिए पूरी तरह से बियर ब्रीइंग किट खरीद सकते हैं। वे बहुत महंगा नहीं हैं और आपको अपने घर को बियर बनाने के लिए आवश्यक सभी उपकरण देंगे।

शराब के साथ भूलकर भी न करे इन चीज़ों का सेवन, वरना जा सकती हैं जान...

 

बीयर होमब्रीविंग किट

स्पिगॉट के साथ ड्रम किण्वन, बड़ा बर्तन, चम्मच, बोतल भरने ट्यूब, एयर लॉक और ग्रोमेट, Sanitizer, ब्रश, थर्मामीटर, हाथ कैपर, ताज सील, माल्ट / चीनी कार्बोनेशन बूंदें, वॉर्ट ध्यान केंद्रित करें, हाइड्रोमीटर। 

 

आपके लिए स्पेशल 6 व्हिस्की ब्रांड, जिनका आप गर्मियों में ले सकते हैं आनंद

घर पर बीयर बनाने के लिए साफ-सफाई का खास ख्याल रखना रखा जाता है। 1 और 1/2 किलो माल्ट का अर्क (malt extract) लिया जाता है। घर पर मिट्टी की सौंधी-सौंधी खुशबू वाली बीयर बनाने के लिए मार्केट से माल्ट का अर्क खरीदा जा सकता है।

 

मदिरा प्रेमी ध्यान दें! अब इतने समय तक ही खुली रहेंगी शराब की दुकाने

बर्तनों और उपकरणों को साफ करना बेहद जरूरी है। इसके लिए आप गर्म साबुन के पानी का इस्तेमाल किया जाता है। साबुन को पूरी तरह साफ करने के लिए इसे फिर से गुनगुने पानी से धो लिया जाता है। फिर घरेलू ब्लीच का उपयोग करके फिर से साफ करके इसके पुराने स्वाद को दूर करने के लिए बिना एसिड वाले सैनिटाइजर का उपयोग किया जाता है। शराब बनाने की प्रक्रिया के साथ शुरू करने के लिए, एक बड़ी प्लास्टिक की बाल्टी लेकर इसे सोडे से धो लिया जाता है, ताकी इसमें पुराना स्वाद न रहे।

शराब की कीमतों में आई भारी गिरावट, जाने किस रेट में मिल रहा कौन सा ब्रांड

इसके बाद, एक बड़ा बर्तन लेकर, इसमें लगभग 8 लीटर पानी उबाल लिया जाता है। फिर उसमें एक कैन माल्ट का अर्क डालकर। लगातार चलाते हुए 20 मिनट तक बिना ढके पकाया जाता है। कम आंच पर पकते हुए इसमें 7 कप सफेद चीनी डालकर इसे घुलने के लिए हिलाया जाता है। इसे बीच-बीच में हिलाकर  चीनी के पिघलने और घुलने के बाद, इस मिश्रण को बाल्टी में डाला जाता है। हवा लगने से इसमें तेजी से यीस्ट बनने लग जाते हैं।

 ये है सबसे सस्ती शराब, क्वालिटी है बेस्ट, आपने ट्राई किया क्या?

इसमें थोड़ा पानी डालकर इसके बाद एक सैनिटाइज थर्मामीटर का उपयोग करके, इसके टेम्परेचर की जांच की जाती है। इसे अच्छी तरह हिलाकर इसे ढककर छोड़ दिया जाता है। बाल्टी को पूरी तरह से कसकर बंद नहीं किया जाता क्योंकि इससे कार्बनडाइऑक्साइड गैस बनेगी, जिससे बाल्टी फट सकती है।

यहाँ मिलती हैं दुनिया की सबसे सस्ती शराब, कीमत सुन हो जाएंगे हैरान...

फरमेंटेशन के लिए जरूरी तापमान और चीनी के आधार पर, बाल्टी को कम से कम 7-10 दिनों के लिए यीस्ट बनने के लिए अलग रखा जाता है। इसे जहां भी रखा जाता है, उसे 20-24 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान नहीं होता। फरमेंटेशन में 2-3 दिन लगेंगे और अगले स्टेप में जब बीयर में बुलबुले दिखाई देने लगें, तो इसे हाइड्रोमीटर से चेक किया जाता है या फिर इसके स्वाद को चेक किया जाता है। 

शराब के शौकीनों के लिए खुशखबरी! अब एयरपोर्ट पर भी मिलेगी शराब

बाल्टी को टेबल पर रखने बाद इसके लेवल पर चीनी डाली जाती है। छोटी बोतलों में बोतल भरते समय उसे ज्यादा हिलाया नहीं जाता क्योंकि इससे इसका स्वाद खराब हो सकता है। इसे हिलाने से इसमें ज्यादा ऑक्सीजन मिलने का खतरा रहता है। जिससे इसका स्वाद भी खराब जो सकता है। बोतलों को भरते समय, झाग से बचने के लिए साइफन ट्यूब के सिरे को छोटी बोतल के पास रखा जाता है।

सरकार का बड़ा ऐलान! बंद हो सकती है शराब की दुकानें

बोतल के ऊपर कुछ जगह रखा जाता है, बोतल को पलटकर चीनी को घुलने के लिए रख दिया जाता है, फिर इसके बाद बोतलों को ढक्कन से ढककर उन्हें ठंडे अंधेरे कमरे में एक सूखी जगह पर रखकर फ्रिज कर दिया जाता है। 


 

Share this story