Varanasi news: बाबा विश्वनाथ धाम का गेस्ट हाउस शुरू, जानिए कैसे करें रूम बुक, कितना है किराया

श्री काशी विश्वनाथ धाम में खुलने जा रहा 'रूफ टॉप कैफे', मिलेगा 56 भोग का व्यंजन, कैफे से दिखेगा मां गंगा का मनमोहक नजारा
वाराणसी। विश्व की प्राचीनतम् आध्यात्मिक नगरी काशी में विराजमान श्री बाबा विश्वनाथ कॉरिडोर परिसर में गेस्ट हाउस का संचालन शुरू हो गया है। बाबा विश्वनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अब गेस्ट हाउस में कमरे व डॉरमेट्री मिलना शुरू हो चुका है। साथ ही खाने-पीने की सुविधाएं भी अब श्रद्धालुओं की वहीं पर मिलेंगी।
बाबा विश्वनाथ धाम में महज ₹560 में रात गुजार सकते हैं। बाबा विश्वनाथ धाम के गेस्ट हाउस भीमाशंकर का संचालन शुरू होने से श्रद्धालुओं के बाबा के धाम में समय गुजारने की इच्छा पूरी हो जाएगी। अतिथि गृह भीमाशंकर में कमरों की बुकिंग ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम दोनों तरीकों से की जा सकती है।
तीन मंजिला अतिथि गृह में हर फ्लोर पर आठ कमरे और एक डोर मैट्रिक बनाई गई। डोर मैट्रिक में 12 बेड का इंतजाम किया गया है। वही ऐसी डोर मैट्रिक में एक बेड के लिए ₹560 जबकि सुपर डीलक्स रूम के लिए यात्रियों को ₹4480 का भुगतान करना होगा। एक कमरे में 3 लोग के साथ एक बच्चे के रहने की सुविधा मिल सकती है।
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इस बाबत मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि अतिथि गृह भीमाशंकर का संचालन शुरू हो गया है। एक निजी कंपनी को इसके संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। धाम के अतिथि गृह में गंगा आरती एयरपोर्ट स्टेशन छोड़ने के साथ ही वाराणसी तथा आसपास के भ्रमण की भी सुविधा दी जा रही है।
यात्री अपनी सुविधानुसारअतिथि गृह में ही अपनी बुकिंग करा सकेंगे। काशी विश्वनाथ धाम में अतिथि गृह भीमाशंकर की बुकिंग के लिए www.southerngrandkashi.com पर जाकर पंजीकृत किया जा सकता है। बुकिंग कंफर्म होने पर वहां पहुंचकर डॉरमेट्री या रूम की सुविधा दी जाएगी।
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बनारस की गलियां भारतीय संस्कृति, वाराणसी की पारंपरिकता और सभ्यता का प्रतीक हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां निम्नलिखित हैं:
दशाश्वमेध गली, काशी विश्वनाथ गली, और गड़ीयां गली वाराणसी की प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं, जो वाराणसी की पारंपरिकता, संस्कृति और सभ्यता को प्रतिष्ठित करती हैं। ये गलियां शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्वपूर्ण स्थलों के आसपास स्थित हैं और परंपरागत वस्त्र, पूजा सामग्री, हस्तशिल्प उत्पादों और अन्य सामग्री की दुकानें प्रदान करती हैं।
ये गलियां आकर्षक और व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र हैं, जहां आप विभिन्न रंग-बिरंगे सामग्री खरीद सकते हैं और इसके साथ ही आपको स्थानीय संस्कृति और वाराणसी के पारंपरिक विरासत का अनुभव भी मिलता है।
बनारस की गलियां भारतीय संस्कृति, वाराणसी की पारंपरिकता और सभ्यता का प्रतीक हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां निम्नलिखित हैं:
काशी विश्वनाथ गली (Kashi Vishwanath Gali): यह गली काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास स्थित है और बनारस की प्रमुख धार्मिक और आध्यात्मिक गलियों में से एक है। यहां पूजा सामग्री, प्रसाद और अन्य धार्मिक सामग्री की व्यापारिक गतिविधियां होती हैं।
दशाश्वमेध गली (Dashashwamedh Gali): यह गली दशाश्वमेध घाट के पास स्थित है और बहुत भीड़ और गतिविधि का केंद्र है। यहां परंपरागत वस्त्र, पूजा सामग्री, ज्योतिष उपकरण और अन्य सामग्री बिक्री होती है।
सप्तसागर गली( Saptsagar Gali): यह गली टाउनहाल मैदान के गेट के ठीक सामने से शुरू होती है। इस गली में पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी है। इस गली में दवाई लेने के लिए काफी लोग हर रोज आते हैं।
गढ़वासी टोला गली (Garhwasi Tola Street): इस गली का घाट फेमस है। इसी घाट पर मगध के राजा ने भगवन शिवजी और दुर्गा माता का मंदिर बनवाया था। इस वजह से यहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं। इस घाट को प्रसिद्ध घाट इसलिए भी माना जाता है क्योंकि यहां चिता की आग कभी भी ठंडी नही होती है।
कचौरी गली (Kachori Gali): यह गली बनारस की प्रसिद्धतम खाद्य स्थलों में से एक है। यहां आपको विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट कचौरी और अन्य नाश्ता विकल्प मिलेंगे।
गोदौलिया बाजार (Godaulia Bazaar): यह एक प्रसिद्ध वाणिज्यिक बाजार है जहां आपको विभिन्न प्रकार के वस्त्र, गहने, हाथी-घोड़ा वस्त्र, सुविधाजनक सामग्री, उपहार आदि मिलेगा।
दुर्गा कुंड गली (Durga Kund Gali): यह गली बनारस के लोकप्रिय बाजारों में से एक है और यहां आपको कपड़े, गहने, जूते, हैंडीक्राफ्टेड आइटम्स और सौंदर्य प्रोडक्ट्स मिलेंगे।
ठठेरी गली (Thateri Gali): यह गली बनारस के पुराने शहरी क्षेत्र में स्थित है और कारीगरों की धार्मिक सामग्री और लोहारी उत्पादों की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है।
मीर घाट (Mir Ghat): यह एक प्रमुख घाट है और मीर बाबा की मजार के पास स्थित है। यहां आपको धार्मिक सामग्री, संगीत उपकरण और अन्य कलाकृति सामग्री की बिक्री मिलेगी।
गोला दीनानाथ गली (Gola Dinanath Gali): ये गली कबीरचौरा क्षेत्र में है। यहां भगवान दीनानाथ का मन्दिर होने से इसका नाम गोला दीनानाथ पड़ा है। इस मंडी में आने वाली सभी गलियों को गोला दीनानाथ की गली के नाम से जाना जाता है। इस मण्डी के चारों तरफ गलियां हैं।
कालभैरव गली (Kalbhairav Gali): यह गली विश्वेश्वरगंज में है। यह भैरोनाथ चौराहा से शुरू होकर कालभैरव मंदिर तक जाती है। कालभैरव जी काशी के कोतवाल हैं जो भगवान शंकर के प्रधान सेनापति हैं।
ऐसी मान्यता है कि काशी में कोई व्यक्ति तभी निवास कर सकता है जब कालभैरव जी की अनुमति मिलती है। कालभैरव जी के नाम पर इस गली का नाम कालभैरव गली पड़ा।यहां के मोहल्ले का नाम भैरवनाथ है।
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