Ayodhya samachar: प्रसूता ने दिया बच्चे को जन्म, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से चार घण्टे बाद प्रसूता की चली गयी जान
अयोध्या। जनपद के तहसील बीकापुर कोतवाली के सहजपुर मठिया निवासी 25 वर्षीय प्रसूता की बेटा जन्म देने का चार घंटे बाद मौत हो गई। बताया जाता है प्रसूता गीता देवी पत्नी अशोक कुमार कोरी को कल 11 बजे के आसपास दर्द होने पर एएनएम सेंटर बनकट पर लाकर भर्ती कराया गया, जहा पर एएनएम के प्रयास से प्रसूता को एक बेटा पैदा हुआ लेकिन उसकी ब्लीडिंग नही रुकी।
परिजन व एएनएम वही पर उसकी दवा इलाज करवाते रहे। मृतका का भतीजा शुभम ने बताया की अचानक चार बजे जब उसकी चाची बेहोश हुई तो एक निजी डाक्टर को बुलाया तो वह भी कुछ नही बताया उसके बाद एएनएम ने सीएचसी बीकापुर भेजा तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
सीएचसी पहुँचने पर इमरजेंसी चिकित्सक ने बताया कि अस्पताल लाने से पूर्व मौत हो चुकी थी। ग्राम प्रधान बजरंग प्रसाद ने बताया की स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही से एक गरीब महिला की मौत हुई है, इसकी शिकायत की जाएगी। वही पैदा हुआ बेटा जीवित और स्वस्थ्य है।
जनपद के तहसील बीकापुर शिक्षा क्षेत्र के कमपोजिट परिषदीय विद्यालय बल्लीपुर में एक शिक्षिका के कार्यशैली से जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों में गहरी नाराजगी व्याप्त है। जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों द्वारा शिक्षिका के विरुद्ध मुख्यमंत्री जिला अधिकारी और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शिकायत पत्र भेजकर शिक्षिका को विद्यालय से हटाए जाने की मांग की गई है।
https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2953008738960898" crossorigin="anonymous">ब्लाक प्रमुख दिनेश कुमार वर्मा, ग्राम प्रधान शीला देवी, बीडीसी सदस्य राहुल दुबे, पूर्व जिला पंचायत सदस्य संतोष दुबे, मुकुल आनंद, जितेंद्र प्रसाद, पवन कुमार, शिवपूजन, महेश, रणंजय प्रताप सिंह सहित कई ग्रामीणों द्वारा शिकायत पत्र भेजकर विद्यालय की शिक्षिका कंचन को विद्यालय से दूसरी जगह हटाए जाने की मांग की गई है।
आरोप है कि उनके बच्चे कम अपोजिट विद्यालय के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालय में पढ़ते हैं। विद्यालय में तैनात शिक्षिका कंचन पठन-पाठन में रुचि नहीं लेती हैं। स्कूल में किसी न किसी से तेज आवाज में लड़ाई झगड़ा भी करती रहती है।
पठन-पाठन के समय में अक्सर स्कूल में घूम घूम कर मोबाइल से बात किया करती हैं। जिससे बच्चों पर बुरा असर पड़ रहा है। विद्यालय से इनका तबादला कराया जाना चाहिए। जिससे स्कूल का माहौल साथ पूर्ण हो सके।