पीरियड्स को टालने के लिए अपनाएं ये घरेलू उपाय, नहीं कोई होगी साइड इफेक्ट
Natural Remedies Delay Period: जिन महिलाओं को समय पर पीरियड्स आते हैं और कई बार व्यक्तिगत कारणों से इसे टालना चाहती है।
पारिवारिक कार्यक्रम, पूजा या यात्रा के दौरान महिलाएं नहीं चाहती है तो उन्हें मासिक धर्म की परेशानी झेलना पड़े, ऐसे में कई महिलाएं पीरियड्स को टालने में लिए दवाइयां भी लेती है लेकिन ऐसा करना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।
हम यहां आपको कुछ ऐसी घरेलू औषधियों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें आजमाकर आप कुछ हद तक पीरियड्स को टाल सकते हैं -
सेब का सिरका
एप्पल साइडर विनेगर को मुंहासों, सीने में जलन और यहां तक कि पेट की चर्बी के लिए एक चमत्कारिक इलाज के रूप में जाना जाता है, लेकिन पीरियड्स को टालने में भी एप्पल साइडर विनेगर एक कारगर औषधि है।
मासिक धर्म आने से पहले इसका सेवन किया जा सकता है, हालांकि सेब के सिरके पर अभी तक कोई ऐसा शोध नहीं हुआ है, जिससे यह पुष्टि की जा सके कि इसके सेवन से पीरियड्स का आना टल जाता है।
इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि सेब साइडर की बार-बार खुराक दांतों, मुंह और गले के नाजुक ऊतकों पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js?client=ca-pub-2953008738960898" crossorigin="anonymous">एसीवी को सीधे बोतल से न पिएं। इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर पीना उचित रहता है।
चना दाल का ज्यादा सेवन करें
पीरियड्स से ठीक पहले चने की दाल का सेवन ज्यादा करने से भी आप मासिक धर्म को आगे धकेल सकते हैं।
दाल को नरम होने तक भून लें, फिर उसे बारीक पीस लें। फिर इसका सूप बनाकर सेवन कर सकते हैं।
हालांकि इस बारे में भी अभी तक कोई शोध नहीं हुआ है। चने के दाल का ज्यादा सेवन करने से इस दौरान आपको गैस, कब्ज या पेट फूलने की समस्या हो सकती है।
नींबू का रस
नींबू का रस भी सेब के सिरके की तरह अम्लीय होता है। चूंकि मासिक धर्म के पहले खट्टे फल का सेवन ज्यादा करने से पीरियड्स को आगे बढ़ाया जा सकता है, इसलिए मासिक धर्म को आगे बढ़ाने के लिए नींंबू का सेवन भी ज्यादा करना चाहिए।
एक गिलास पानी या बिना चीनी वाली चाय में नींबू को पानी में डाल कर सुबह शाम पी सकती है।
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Chanakya Neeti: चाणक्य ने नीति में महिलाओं की ताकत के बारे में जिक्र किया है। चाणक्य कहते हैं कि महिलाओं में तीन शक्ती होती हैं जिनके आगे पुरुष बेबस हो जाते हैं।
महिलाओं की सुदंरता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत होती है।
आचार्य चाणक्य ने महिलाओं की उन्नति के लिए कई विचार साझा किए है। इन विचारों को अगर सही समय पर सही तरीके से अमल में लाया जाए तो सफलता जरूर मिलती है।
शास्त्रों में तो स्त्री को शक्ति का स्वरूप माना गया है, लेकिन चाणक्य ने बताया है कि स्त्रियों की सबसे बड़ी शक्ति क्या होती है।
एक श्लोक के जरिए चाणक्य ने महिलाओं के अलावा ब्राह्मण, राजा (लीडर)की सबसे बड़ी ताकत का जिक्र किया है।
स्त्री की ताकत
चाणक्य कहते हैं कि महिलाओं के लिए उनकी सबसे बड़ी ताकत होती है मधुर वाणी। इसके अलावा चाणक्य ने महिलाओं के सौंदर्य को भी उनकी शक्ति बताया है लेकिन मधुर वाणी के आगे शारीरिक सुंदरता को कम आंका जाता है, जो उचित है।
मधुर वाणी के दम पर स्त्रियां हर किसी को अपना मुरीद बना लेती हैं। मधुर बोलने वाली स्त्री का हर जगह सम्मान होता है, स्त्री का ये गुण कुल का मान बढ़ाता है और इस शक्ति की बदोलत घर की कई पीढ़िया को अच्छे संस्कार मिलते हैं।
ब्राह्मण की शक्ति
चाणक्य के अनुसार ब्राह्मण का ज्ञान ही उसकी सबसे बड़ी ताकत और पूंजी है। इसी के दम पर वह समाज में पद और प्रतिष्ठा पाता है।
आचार्य चाणक्य कहते ज्ञान न सिर्फ ब्राह्मण बल्कि हर व्यक्ति की शक्ति होता है। विपरित हालातों में ज्ञान ही वह शक्ति है जो संकटों से उबारने में मदद करती है।
राजा की ताकत
राजा का लंबे समय तक सत्ता में रहना उसके स्वंय के बाहुबल पर निर्भर करता है। राजा के पास तमाम मंत्री-संत्री होते हैं बावजूद इसके अगर राजा दुर्बल है तो वह ज्यादा दिन तक राजगद्दी पर नहीं टिक सकता।
राजा स्वंय शक्तिशाली होगा तो अपने शासन को भी ठीक तरीके से चला पाएगा। लीडर के तौर पर समझें तो जब तक लीडर मानसिक और शारीरिक तौर पर मजबूत नहीं होगा तो न ही मैनेमेंट ठीक होगा और न ही संस्थान तरक्की कर पाएगा।
नोट: यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं। लाइव भारत न्यूज़ इस बारे में किसी तरह की कोई पुष्टि नहीं करता है।