Cyclone Biparjoy: अरब सागर में उठ सकता है 'तेज' चक्रवात

Cyclone Biparjoy: अरब सागर के दक्षिण-पूर्व में निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो अगले दो-तीन दिनों में 'तेज' चक्रवात में बदल सकता है। अभी इसकी तीव्रता का अंदाजा नहीं, लेकिन भारत मौसम विभाग (IMD) का मानना है कि धीरे-धीरे यह प्रबल हो सकता है। फिलहाल इसकी निगरानी की जा रही है। अरब सागर के समानांतर बंगाल की खाड़ी में भी निम्न दबाव का एक क्षेत्र विकसित हो रहा है। इसके भी मजबूत होते जाने की आशंका जताई जा रही है। अरब सागर की स्थितियां अगर चक्रवात में बदलती हैं तो 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल सकती है।
मुंबई, गोवा, पुणे के आसपास हो सकती है वर्षा
मुंबई, गोवा, पुणे एवं आसपास के क्षेत्रों में तेज हवा के साथ वर्षा हो सकती है। इससे विश्वकप क्रिकेट के मैचों में व्यवधान हो सकता है या कुछ मैचों को रद्द किया जा सकता है। हालांकि, मौसम विज्ञानी अभी कुछ कहने से बच रहे हैं। उनका मानना है कि जून में आए बिपरजॉय तूफान की गति प्रारंभ में कमजोर थी,लेकिन जैसे-जैसे वह आगे की ओर बढ़ता गया, वैसे-वैसे खतरनाक होता गया।
अरब सागर में उठ सकता है 'तेज' चक्रवात
निम्न दबाव की ताजा स्थिति के भी अगले 24 घंटे में मजबूत होने एवं 21 अक्टूबर के आसपास मध्य अरब सागर के ऊपर अवसाद में बदलने के आसार हैं। अभी यह समुद्र तल से 3.1 किमी ऊपर तक फैला है। हवा के प्रभाव में आकर 'तेज' चक्रवात भी भारत के तटीय क्षेत्र की ओर मुड़ सकता है। दूसरा निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में बनता दिख रहा है, जो अगर प्रबल हुआ तो यूपी-बिहार समेत उत्तर भारत के मौसम को प्रभावित करेगा।
20 अक्टूबर तक निम्न दबाव बनने की संभावना हालांकि, इसकी स्थिति के बारे में स्पष्ट तौर पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। 20 अक्टूबर तक निम्न दबाव बनने की संभावना है। आइएमडी ने अरब सागर में उठने वाला चक्रवात के मद्देनजर मछुआरों के लिए तटों पर वापस आने की चेतावनी जारी की है। अगले पांच दिनों तक ज्यादातर हिस्सों में मौसम शुष्क बना रह सकता है। तमिलनाडु एवं केरला में भारी वर्षा हो सकती है।