यूपी के कुशीनगर में महिला पुलिसकर्मियों ने किया बदमाश का एनकाउंटर
अपनी तरह की पहली मुठभेड़ में, यूपी पुलिस के एक महिला दस्ते ने कुशीनगर जिले में एक मुठभेड़ को अंजाम दिया और एक पशु तस्कर को गिरफ्तार किया. आरोपी इमामुल उर्फ बिहारी एक कुख्यात तस्कर है, जो 12 मामलों में वांछित था और उस पर 25,000 रुपये का इनाम था, इस एनकाउंटर को महिला पुलिसकर्मियों ने अंजाम दिया. तस्वीर में महिला पुलिसकर्मी पिस्टल, राइफल और बुलेटप्रूफ जैकेट से लैस नजर आ रही हैं. महिला पुलिस अफसर और सिपाहियों की टीम ने मिलकर बदमाश को पड़कने में कामयाबी हासिल की है. संभवतः प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ जब पुलिस फोर्स की महिला सदस्यों ने किसी एनकाउंटर को लीड किया है. बता दें कि पूरा मामला कुशीनगर के रामकोला थाना क्षेत्र का है. जहां बीती रात पुलिसकर्मियों और बदमाश के बीच मुठभेड़ हुई. महिला पुलिस टीम ने मुठभेड़ में 25 हजार रुपये के इनामिया इमामुल उर्फ बिहारी को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए अभियुक्त पर गौ तस्करी और कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज थे. बताया जा रहा है कि पुलिस को इमामुल की लंबे समय से तलाश थी. उसपर कुशीनगर समेत गोरखपुर और संतकबीरनगर में दर्जनों घटनाओं को अंजाम देने का आरोप था. मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उसके पास से एक देसी कट्टा, कारतूस और बाइक बरामद हुई है. महिलाओं की टीम ने इस पूरे एनकाउंटर को लीड किया.
महिला पुलिस ने ऑपरेशन को लीड किया:
गौरतलब है कि इस ऑपरेशन में महिला थाना अध्यक्ष सहित पडरौना SO व चार थानों की महिला पुलिसकर्मी शामिल रहीं. उनके पास SLR (राइफल), पिस्टल, बुलेटप्रूफ जैकेट सहित जरूरी उपकरण मौजूद थे. ताकि पूरे एनकाउंटर को सही से अंजाम दिया जा सके. इनामिया इमामुल से पुलिस टीम की रामकोला थाना क्षेत्र के मेहंदीगंज अमडरिया नहर के पास मुठभेड़ हुई, जिसमें वो घायल हो गया. इमामुल रामकोला थाना क्षेत्र के परसौनी खुर्द का रहने वाला है. कुशीनगर एसपी धवल जायसवाल ने बताया कि पकड़ा गया 25000 का इनामी इमामुल कई जिलों में सक्रिय रूप से गो तस्करी और अन्य अपराधों को अंजाम देता था. पुलिस को भी इसकी तलाश काफी दिनों से थी. इस बीच मुखबिर से इनपुट मिला तो उसे पकड़ने के लिए टीम भेजी गई. इस टीम का नेतृत्व पांच महिला पुलिसकर्मियों के ग्रुप ने किया.
जब महिला पुलिस टीम ने इमामुल को रोका. उन्होंने उससे आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन उसने गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में उसके पैर में गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया. ऑपरेशन का नेतृत्व कुशीनगर में बरवा पट्टी स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सुमन सिंह ने किया. टीम में अन्य पुलिसकर्मी उप-निरीक्षक प्रिंसी पांडे और चंदा यादव और कांस्टेबल संगीता यादव और प्रियंका सिंह थीं. टीम नियमित गश्त पर थी, जब उनकी अपराधियों से उनकी भिड़ंत हुई.
महिला दस्ते ने किया एनकाउंटर:
टीम की सराहना करते हुए, कुशीनगर के एसपी, धवल जयसवाल ने कहा, "महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से राज्य सरकार के मिशन शक्ति के तहत, महिला पुलिस कर्मियों को भी किसी भी चुनौती से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा है."
गोरखपुर रेंज के महानिरीक्षक, रवींद्र गौड़ ने भी उनकी प्रशंसा की और कहा कि उनकी सफलता से संकेत मिलता है कि महिला पुलिसकर्मी किसी भी चुनौतीपूर्ण स्थिति को संभाल सकती हैं.
दो सप्ताह पहले ही मिला था पदोन्नति:
गौरतलब है कि इस ऑपरेशन को नेतृत्व कर रही चार साल के बच्चे की मां 40 वर्षीय सुमन सिंह को 2022 में इंस्पेक्टर के रूप में पदोन्नत किया गया था और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर दो सप्ताह पहले बरवा पट्टी पुलिस स्टेशन का प्रभार दिया गया था. सुमन ने कहा, “2013 में बल में शामिल होने के बाद से, मैं हमेशा मुठभेड़ों का हिस्सा बनना चाहती थी. प्रशिक्षण के दौरान, हमें सभी प्रकार की परिस्थितियों का जवाब देने के बारे में सिखाया गया था, लेकिन जब तक मुझे एसएचओ नहीं बनाया गया, तब तक ऐसा करने का मौका नहीं मिला.”
उन्होंने कहा कि गश्ती दल के किसी भी सदस्य ने ऑपरेशन आगे बढ़ाने से पहले दो बार नहीं सोचा, उन्होंने कहा, "जब हम पर गोली चलाई गई तो मैं डरी नहीं और उतनी ही ताकत से जवाबी कार्रवाई कर कड़ी प्रतिक्रिया दी."