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वाराणसी में PhD की तैयारी कर रहे युवक ने ग्राइंडर से गला काट की आत्महत्या

Youth preparing for PhD in Varanasi commits suicide by slitting throat with grinder

वाराणसी में युवक ने ग्राइंडर मशीन से अपना गला काटकर आत्महत्या कर ली, डिप्रेशन का कारण साबित

वाराणसी।  13 मई 2023: एक दुखद स्थिति में, वाराणसी के एक युवक ने अपनी जान गंवा दी, जब उसने एक ग्राइंडर मशीन का इस्तेमाल करके अपना गला काट लिया। युवक की मौत के पीछे डिप्रेशन का होना बताया जा रहा है। इस दुखद घटना के बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची है और शव की पोस्टमॉर्टम के लिए इसे भेजा गया है।

घटनास्थल पाल बस्ती के सुंदरपुर चौकी के पास स्थित है, जहां विशाल पाल (28) अपने परिवार के साथ रहता था। पड़ोसियों ने बताया कि विशाल पाल दो साल पहले छत्तीसगढ़ में नौकरी कर रहा था,

लेकिन तनाव के कारण उसने नौकरी छोड़ दी और अपने परिवार के साथ वाराणसी में लौट आया। वर्तमान में, वह बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) में एक PhD प्रोग्राम में एडमिशन लेने की तैयारी कर रहा था।

मृतक विशाल के पिता विजय नाथ ने बताया, मेरे बेटे का डिप्रेशन का इलाज चल रहा था। दवा से वह पूरी तरह से ठीक भी हो गया था। आज सुबह रोज की तरह रनिंग करने के बाद घर वापस आया था। घर के किचन में मिर्च खत्म हो गई थी। इसीलिए वह मिर्च लेने के लिए बाजार चला गया।

उसके बाद हम सभी ने एक साथ बैठकर चाय पी। इसके बाद विशाल नीचे कमरे में जाकर अखबार पढ़ रहा था। हम रोज की तरह पूजा-पाठ कर रहे थे। पूजा होने के बाद मेरी पत्नी ने कहा कि अगर आप फ्री हो गए हैं, तो बेटे को बुला लो कुछ खा पी लिया जाए।

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घर पर चल रहा था निर्माण का काम


पिता ने बताया, विशाल का घर का नाम कुंदन था। हमने उसे 2-3 बार आवाज दी, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। जब हम कंप्यूटर रूम में गए, तो वह औंधे मुंह गिरा पड़ा था। उसके आसपास खून फैला था और पास ही ग्राइंडर मशीन पड़ी थी।

इतना बताते हुए पिता विजय नाथ भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि हमें कुछ समझ में नहीं आ रहा कि बेटे ने यह कदम क्यों उठा लिया।

उन्होंने बताया कि घर पर कुछ निर्माण कार्य चल रहा था, जिस वजह से ग्राइंडर मशीन वहीं पड़ी हुई थी। क्या पता था वहीं मशीन बेटे की जान ले लेगी?

पिता ने कहा- वह रिसर्च करना चाहता था


उन्होंने बताया कि विशाल ने BHU से M.SC किया था। पढ़ाई के तुरंत बाद 2020 में छत्तीसगढ़ में भारत एल्यूमीनियम कंपनी लिमिटेड (बाल्को) में उसकी नौकरी लग गई थी। करीब 2 साल तक उसने नौकरी की, फिर वापस आ गया।

वह रिसर्च करना चाहता था। इसके लिए 1-2 बार एग्जाम भी दिए थे। उसी में सिलेक्शन होने का इंतजार कर रहा था। शादी के लिए कहने पर वह कहता था कि पहले रिसर्च करके आप लोगों का नाम रोशन करूंगा, फिर शादी करूंगा। पिता ने बताया कि उनका बड़ा बेटा बृजभान पाल रेलवे में नौकरी करता है।

वहीं, मां शांति देवी रोते हुए एक ही बात कह रही थी कि पता नहीं किस बात की चिंता करता था। पढ़ने में हमेशा से होनहार था। घर पर रहता था, तो हमारा सहारा था। हर छोटे-बड़े काम खुद ही करता था।

घर में प्लाई लगने का काम हो रहा था, वह भी वही करा रहा था। अगर पता होता कि यही काम उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा, तो कभी घर में काम न कराते।

ACP भेलूपुर प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि युवक की मौत सूचना मिलने पर पुलिस और फोरेंसिक की टीम मौके पर पहुंची थी। डिप्रेशन में सुसाइड करने की बात सामने आई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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