Varanasi News: आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी में मेटलोग्राफी प्रैक्टिस पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
Varanasi News: आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी में मेटलोग्राफी प्रैक्टिस पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन
वाराणसी आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी में मेटलोग्राफी प्रैक्टिस पर 03 दिवसीय प्रशिक्षण 14-16 मार्च, 2024 तक का आयोजन किया जा रहा है । यह कार्यक्रम भारी उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित है । कार्यक्रम का उदघाटन यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग के विभागाध्यक्ष आचार्य एस. कुमार की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया ।
कार्यशाला के समन्वयक डॉ. जी.एम. कार्तिक, सहायक आचार्य, यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग ने बताया कि मेटलोग्राफी का उपयोग किसी कम्पोनेंट्स के जीवनकाल के दौरान लगभग सभी चरणों प्रारंभिक पदार्थ विकास से लेकर निरीक्षण, उत्पादन, विनिर्माण प्रक्रिया नियंत्रण और यहां तक कि फेल्ल्योर विश्लेषण तक और उत्पाद की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने तक में किया जाता है ।
तकनीकी सत्रों के दौरान, प्रतिभागियों को मेटलोग्राफी के दौरान अपनाई जाने वाली प्रक्रियाओं में व्यावहारिक प्रशिक्षण, विभिन्न सामग्रियों, उनकी सूक्ष्म संरचनाओं और सूक्ष्म संरचनाओं और यांत्रिक गुणों के बीच संबंध के बारे में जागरूकता प्रदान की गई ।
प्रतिभागियों को केंद्रीय उपकरण सुविधा केंद्र , आईआईटी (बीएचयू), वाराणसी में उच्च-स्तरीय पदार्थ लक्षण वर्णन सुविधाओं को दिखाया गया । उस दौरान, मेटलर्जिकल अभियांत्रिकी के आचार्य के.के. सिंह ने पदार्थों के धातुकीय व्यवहार को समझने में इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोपी के महत्व की जानकारी दी ।
प्रतिभागियों को डॉ. जे.पी. मिश्रा, सहायक आचार्य, यांत्रिक अभियांत्रिकी विभाग द्वारा प्रिसिजन इंजीनियरिंग हब, आईआईटी (बीएचयू) वाराणसी में अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं को दिखाया गया । डॉ. मिश्रा ने सुविधाओं के महत्व के बारे में जानकारी दी और बताया कि इसका वर्तमान उद्योगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा ।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जे.पी. मिश्रा द्वारा दिया गया ।