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Varanasi News: भिखारियों से मुक्त होगी काशी, 15 दिनों की मिली डेडलाइन

Varanasi News: भिखारियों से मुक्त होगा काशी, 15 दिनों की मिली डेडलाइन

वाराणसी। औघड़दानी भगवान भोलेनाथ की नगरी अब भिखारियों से मुक्त होने जा रही है। जी-20 सम्मेलन की आहट मिलते ही प्रशासन की सबसे बड़ी चिंता यहां के भिखारी बन गये है। पिछले दिनों आयोग के अध्यक्ष ने काशी को भिक्षाटन से मुक्त करने का निर्देश दिया था। बीच-बीच में अफसर भी मिटिंग करके अपनी चिंता जाहिर कर चुके हैं। जी-20 सम्मेलन में आनेवाले विदेशी मेहमानों को भिखारी शायद पंसद नही हैं। इसे देखते हुए प्रशासन अब इस बात पर जोर देने लगा है कि भिक्षावृत्ति अपराध है।

 

 

इन्हें भीख मांगने से रोका जाय। इनके लिए बाकायदा रेस्क्यू टीम गठित कर दी गई है। ऐसी समाजसेवी संस्थाओं की मदद ली जा रही है जो भिखारियों को भोजन देते हैं। ताकि उन संस्थाओं के जरिए उनकी पहचान कर उन्हें पकड़ा जाय और उनके लिए बनाए गए अस्थायी आश्रय स्थलों पर उन्हें रख दिया जाय। ताकि सम्मेलन के दौरान वह दिखाई न दें। परेशानी यह भी है कि यदि कार्रवाई नही की गई तो पता नही कब और कहां कटोरा लेकर सामने आ जांय।

 

 

 

 

इसलिए अब इनकी शामत आती तय है।जिलाधिकारी एस. राजलिंगम एवं मुख्य विकास अधिकारी ने शनिवार को गुगल मीट पर ‘भिक्षावृत्ति मुक्त काशी‘ अभियान वर्ष 2023 के सफल संचालन हेतु पुलिस विभाग, नगर निगम व अन्य सभी सम्बन्धित विभागों व एनजीओ के साथ बैठक की।

बैठक में 12 मार्च से भिक्षुओं की कांउसलिंग व भिक्षा न देने हेतु प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये गये। इसके बाद रेस्क्यू की कार्यवाही के लिए गठित टीम को 13 मार्च से कार्रवाई के निर्देश दिये गये। रेस्क्यू के बाद भिक्षुओं को होम, बालगृहों व अपना घर आश्रम इत्यादि में रखा जायेगा।

नगर निगम और पुलिस विभाग अपने पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम, पोस्टर, बैनर, पम्पलेट आदि के माध्यम से जन जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार करेंगे। अभियान के दौरान भिक्षावृत्ति निषेध अधिनियम एवं मानवाधिकारों आदि का अनुपालन कराया जायेगा। अगले 15 दिनों में काशी को भिक्षावृत्ति मुक्त कराने के सभी को निर्देश दिये गये।

बैठक में जिलाधिकारी एस. राजलिंगम द्वारा अपर नगर आयुक्त को नगर निगम के शेल्टर होम में सारी सुविधा को दुरुस्त रखने एवं चिन्हांकित स्थानों पर भिक्षावृत्ति अपराध के साइनेज लगाए जाने के निर्देश दिए।मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने अधिकारियों को पूरी तन्मयता से इस अभियान में लगने के निर्देश दिए।

उन्होंने इस अभियान में जुड़े एनजीओ ‘अपना घर‘ एवं ‘रोटी बैंक‘ से इस मुहिम में सहयोग की अपील की। रोटी बैंक द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा पिछले सात सालों से भिक्षावृत्ति, ठेला, रिक्शा चालक, मानसिक विकृत और लावारिस लोगों के बीच भोजन पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है। इसलिए वह प्रतिदिन भिखारियों से मिलते हैं। उन्हें भिखारियों के बारे में पता है और वह उनकी पहचान कर पाएंगे। बैठक में अपर नगर आयुक्त, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारी जुड़े रहे।

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