वाराणसी में सारनाथ और रामनगर बनेंगे दो नए जोन, 1.90 लाख भवनों को मिलेगा मकान नंबर

Varanasi Municipal Corporation will be Divided into Eight Zones: भवन स्वामियों को जल्द ही मकान नंबर मिल जाएगा। मोहल्लों को वार्ड वार बांटा जा रहा है। फिर जोन वार ब्योरा सार्वजनिक किया जाएगाा। अभी तक निगम के जोन व सब जोन के अनुसार मकान नंबर बांटे गए हैं, लेकिन आगे जोन के हिसाब से मकान नंबर दिए जाएंगे।
Varanasi Municipal Corporation will be Divided into Eight Zones: नगर निगम में शामिल गांवों के 1.90 लाख भवनों को जल्द ही मकान नंबर मिलेगा। इसकी औपचारिकता पूरी की जा रही है।
पक्की सड़क और शुद्ध पेयजल के इंतजाम भी किए जा रहे हैं। नगर निकाय चुनाव की आचार संहिता खत्म होते ही काम शुरू कराया जाएगा।
परिसीमन के बाद 84 गांवों को नगर निगम की सीमा में शामिल कर लिया गया है। इसके तह 15 पुराने वार्डों को खत्म करते हुए 25 नए वार्ड बनाए गए हैं। निगम के वरुणापार क्षेत्र में 51, भेलूपुर में 15 और दशाश्वमेध जोन में 18 गांव शामिल हैं।
शहरी सीमा में शामिल क्षेत्रों में करीब 1.90 लाख भवन हैं। इसकी जियो टैगिंग कराई जा चुकी है।
भवन स्वामियों को जल्द ही मकान नंबर मिल जाएगा। मोहल्लों को वार्ड वार बांटा जा रहा है। फिर जोन वार ब्योरा सार्वजनिक किया जाएगाा। अभी तक निगम के जोन व सब जोन के अनुसार मकान नंबर बांटे गए हैं, लेकिन आगे जोन के हिसाब से मकान नंबर दिए जाएंगे।
आठवां जोन
नगर निगम में पांच जोन हैं। जल्द ही रामनगर और सारनाथ को नया जोन बनाया जाएगा। ऐसे में जोन की संख्या सात हो जाएगी। मंडुवाडीह आठवां जोन बनाने की तैयारी है। ऐसा हुआ तो नगर निगम में आठ जोन हो जाएंगे। इसके बाद सब जोन की व्यवस्था खत्म हो जाएगी।
कर के दायरे में नए शहरवासी
मकान नंबर मिलते ही सभी नए शहरवासी निगम के कर के दायरे में आ जाएंगे। सभी को हर महीने गृहकर और जलकर भी जमा करना होगा। नगर निगम की तरफ से पीला कार्ड दिया जाएगा।
जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र भी निगम से मिलेगा। इसके लिए तहसील या ब्लॉक मुख्यालय दौड़ने से छुटकारा मिल जाएगा।
तीन स्तर पर योजना की निगरानी
मुख्यमंत्री नगर सृजन योजना की निगरानी त्रिस्तरीय होगी। इसके तहत हो रहे कार्यों की निकाय स्तर, जिला और निदेशालय स्तर से निगरानी की जाएगी। साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय से भी कार्यों की समीक्षा की जाएगी। नए शामिल क्षेत्रों में कराए जाने वाले विकास कार्यों का खाका तैयार है।
आचार संहिता खत्म होते ही निर्माण कार्य शुरू होंगे। चुनाव से पहले के स्वीकृत कार्याें को कराया जा रहा है। - शिपू गिरि, नगर आयुक्त