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Varanasi news in hindi: वाराणसी में एग्जाम की तैयारी करने वाले युवक ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा...मां मुझे माफ़ करना

Varanasi news in hindi: वाराणसी में एग्जाम की तैयारी करने वाले युवक ने लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखा...मां मुझे माफ़ करना

Varanasi news in hindi: वाराणसी। वाराणसी में सिगरा इलाके में चन्दुआ छित्तुपूर में किराए का कमरा लेकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले 28 वर्षीय युवक ने बुधवार को फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। मकान मालिक की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मृतक ने मंगलवार रात अपनी मां से बात की थी और अगले दिन ये आत्मघाती कदम उठा लिया। (varanasi breaking news)


आपको बता दें कि मऊ निवासी प्रेम शर्मा ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा है, जिसमें लिखा है“मां, मुझे माफ करना, मैं आपके सपने को पूरा नहीं कर पाया। “आपने मुझे पढ़ाया और सभी सुविधाएं दी, लेकिन आज तक मैं किसी भी एग्जाम में क्वालीफाई नहीं हो सका। अब मुझसे आगे नहीं होगा, मैं किसी को परेशान नहीं करना चाहता। इसलिए मैं जा रहा हूं।” (varanasi hindi news)

प्रेम शर्मा ने मंगलवार रात अपनी मां से बात की थी और कहा था, “मां मैं ठीक हूं। आज नहीं तो कल मैं एग्जाम पास कर ही लूंगा, ताकि परिवार का नाम रोशन कर सकूं।” हालांकि, इसके बाद उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। (varanasi crime news)


मिली जानकारी के अनुसार होरो की मठ्ठीया (रतनपुरा) मऊ निवासी वशिष्ठ शर्मा के पुत्र प्रेमचंद पिछले 5 सालों से चन्दुआ छित्तुपूर में देवेंद्र सिंह के मकान में किराए पर रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। मकान मालिक ने बताया कि बुधवार सुबह देर तक जब दरवाजा नहीं खुला तो खिड़की से झांककर देखा गया, तो पता चला कि युवक गमछा के सहारे पंखे से लटक रहा था। जिसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। सूचना पाकर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया और सुसाइड नोट बरामद किया। (varanasi today news)

वहीं पूछताछ में मकान मालिक देवेंद्र सिंह ने बताया कि पढ़ाई के डिप्रेशन में ही प्रेमचंद्र ने फांसी लगाई होगी। इनका परिवार भी बीच-बीच में मिलने आता था, इनके दोस्त भी आते-जाते रहते थे। (varanasi news)

मऊ निवासी प्रेम शर्मा अपने भाई बहन में सबसे छोटे थे। परिवार में तीन भाई और दो बहनें थीं। वह पिछले दो सालों से लगातार असफलता का सामना कर रहे थे। जिससे वह मानसिक तनाव में थे। परिवार के सदस्य और दोस्त बताते हैं कि वह ज्यादातर समय कमरे में ही रहता था और किसी से अधिक बातचीत भी नहीं करता था।

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