वाराणसी में मोटरसाइकिल एजेन्सी दिलाने के नाम पर लाखों की ठगी, दो साइबर अपराधी गिरफ्तार

वाराणसी। वाराणसी में साइबर ठगी करने वाले गैंग के सरगना सहित दो अन्तराज्यीय साइबर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिसमें भारी मात्रा में फर्जी कूटरचित कागजात, मोबाइल तथा नकदी बरामद हुआ।
पीडित धीरेन्द्र बहादुर सिसोदिया निवासी भोजूबीर जनपद वाराणसी द्वारा दिनांक 05.06.2023 को साइबर क्राइम थाना वाराणसी पर इस आशय से प्रार्थनापत्र दिया गया कि उनके साथ अज्ञात साइबर अपराधियों द्वारा रिवोल्ट मोटर्स की एजेन्सी/फ्रेन्चाइजी दिलाने के नाम पर फर्जी वेबसाइट वेब ईमेल www.revoltmotors.org Support(@revolt.email, के माध्यम से कुल 05,25,500/- रूपये की साइबर ठगी कर ली गयी है जिसके सम्बन्ध में थाना स्थानीय पर मु0अ0सं0 09/2023 धारा 420 भादवि व 66 आई0टी0 एक्ट पंजीकृत किया गया।
उक्त प्रकरण के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त वाराणसी मोहित अग्रवाल तथा पुलिस उपायुक्त अपराध चन्द्रकांत मीना के निर्देशन मे अपर पुलिस उपायुक्त सरवणन टी० व सहायक पुलिस आयुक्त गौरव कुमार के नेतृत्व मे एक टीम गठित की गयी। उक्त प्रकरण की विवचेना साक्ष्य संकलन से प्राप्त विवरण तथा इलेक्ट्रानिक सर्विलांस व डिजिटल फूटप्रिंट आदि के आधार उपरोक्त घटना में शामिल दो अन्तर्राज्यीय साइबर अपराधियों को वाराणसी से गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से तमाम कम्पनियों की फ्रेन्जाइजी दिलाने के नाम पर ठगी करने हेतु प्रयुक्त किये जाने वाले फर्जी कागजात, मोबाइल फोन, इन्वाइस पेपर तथा नकदी बरामद की गयी है।
अभियुक्तगण द्वारा सर्वप्रथम वेब-डवलपर के माध्यम से ब्राण्डेड कम्पनियों के ओरिजिनल वेबसाइट से मिलती-जुलती हुई फर्जी वेबसाइट/वेब-ईमेल बनवाया जाता है फिर उस वेबसाइट को मेटा एड्स, गूगल एड्स व सोशल मीडिया एन्फुलेएन्सर आदि के माध्यम से प्रोमोट किया जाता है फिर फ्रेन्चाइजी एजेन्सी की चाह रखने वाले लोगो की लीड इस वेबसाइट के वेबमेल मे प्राप्त होती है। प्राप्त डेटा को फिल्टर कर यह लोग काल कर तथा अपनी बातों तथा कम्पनी के फर्जी कूटरचित कागजात आदि भेजकर अपने झासे मे ले लिया जाता है फिर उनसे रजिस्ट्रेशन फीस, जी0एस0टी0 फीस, सिक्योरिटी मनी आदि का हवाला देते हुए तथाकथित कम्पनी के फर्जी बैंकखातों में पैसे डलवा लिये जाते है फिर उन पैसो को अपने साथियों के माध्यम से एटीएम, सीएसपी आदि के माध्यम से कैश निकाल कर अपने कार्य के अनुसार बांट लेते है।
फर्जी जी०एस०टी० बिल के लिए GST Council नामक, एन0ओ0सी0 के लिए NOC नामक, आरबीआई) के हीडर वाला मैसेज भेजने के लिए FARB नामक, तथा बैंकिग से सम्बन्धित मैसेज के लिए CTC नामक फर्जी एण्ड्रायड एप्लीकेशन का प्रयोग किया जाता है जिसके माध्यम से मात्र 20 सेकेण्ड के अन्दर फर्जी बिल बनाकर इनके द्वारा पीडितों को भेज दिया जाता है।
अभियुक्तों में पंकज कुमार पुत्र अशोक प्रसाद निवासी ग्राम बरीठ पोस्ट मैरा बरीठ थाना कतरीसराय जनपद नालंदा प्रान्त बिहार उम्र करीब 30 वर्ष। सन्नी कुमार पुत्र वीरेन्द्र प्रसाद निवासी भैदी पोस्ट कटौना थाना कतरीसराय जनपद नालंदा प्रान्त बिहार उम्र करीब 29 वर्ष है।