वाराणसी के कोतवाली क्षेत्र में देर रात तक अवैध शराब की बिक्री, पुलिस पेट्रोलिंग पर उठे सवाल
वाराणसी। उत्तर प्रदेश सरकार के स्पष्ट आदेशों के बावजूद थाना कोतवाली क्षेत्र में देर रात तक अवैध शराब की बिक्री खुलेआम जारी है। आरोप है कि शराब दुकान के ठेकेदार द्वारा नियमों को ताक पर रखकर, दुकान बंद होने के बाद भी ऊंचे दामों पर शराब बेची जा रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि थाना कोतवाली से कुछ ही दूरी पर, मैदागिन चौराहे के आसपास देर रात तक शराब की अवैध बिक्री होती है। दुकान के शटर बंद होने के बाद छोटी खिड़की के जरिए ग्राहकों को शराब उपलब्ध कराई जाती है। बताया जा रहा है कि यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा है।

क्षेत्रीय निवासियों के अनुसार शराब पीकर आए दिन शराबी सड़क पर ही हंगामा और मारपीट करते नजर आते हैं, जिससे आम लोगों, महिलाओं और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शराबियों ने बातचीत में बताया कि यहां शराब को कोड नेम के जरिए बेचा जाता है। उनके अनुसार “गंगा” का मतलब देशी शराब, “जमुना” से अंग्रेजी शराब और “सरस्वती” से बीयर को दर्शाया जाता है। इस तरह एक ही छत के नीचे सभी प्रकार की शराब देर रात तक उपलब्ध कराई जाती है।

इसी तरह विशेश्वरगंज क्षेत्र में भी शराब दुकान बंद होने के बाद छोटी खिड़की से धड़ल्ले से शराब की बिक्री होने की शिकायतें सामने आ रही हैं। स्थानीय लोगों का सवाल है कि जब पुलिस की नियमित पेट्रोलिंग होती है, तो फिर इस अवैध कारोबार पर कार्रवाई क्यों नहीं हो रही है।

अब बड़ा सवाल यह है कि आखिर किसके संरक्षण में देर रात तक अवैध शराब की बिक्री चल रही है? क्या कोतवाली पुलिस सब कुछ जानते हुए भी अनदेखी कर रही है?
देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस गंभीर मामले को कब तक नजरअंदाज करता है और अवैध शराब बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई कब होती है।
