रक्त ज्योति – दीप से जीवन तक : देव दीपावली पर रविदास घाट से जगाई गई रक्तदान की अलख
वाराणसी। देव दीपावली के पावन अवसर पर 5 नवम्बर 2025 को रविदास घाट पर रक्त ज्योति – दीप से जीवन तक नामक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल, उत्तर प्रदेश (SBTCUP) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में रक्तदान के महत्व को रेखांकित करना और अधिक से अधिक लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना रहा।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। दीप जलाकर इस जनसेवा अभियान का शुभारंभ किया डॉ. कृष्ण कुमार, निदेशक – राष्ट्रीय रक्त संचार परिषद (NBTC), डॉ. गीता अग्रवाल, संयुक्त निदेशक एवं सचिव – राज्य रक्त संचार परिषद, उत्तर प्रदेश, तथा डॉ. मेघा प्रविण खोब्रागड़े, उप महानिदेशक – ब्लड ट्रांसफ्यूजन सर्विस (DGHS) ने।

इस अवसर पर प्रो. (डॉ.) एस. एन. सांखवार, निदेशक – IMS & BHU, डॉ. राकेश कुमार राय, उपनिदेशक – SBTCUP, और डॉ. पियूष राय, एसीएमओ – वाराणसी सहित जिले के सभी रक्त केंद्रों के प्रभारी उपस्थित रहे।
देव दीपावली की दिव्यता के बीच हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति में विशेषज्ञों ने रक्तदान के महत्व पर प्रकाश डाला। वक्ताओं ने बताया कि 18 से 65 वर्ष तक का हर स्वस्थ व्यक्ति हर तीन महीने में एक बार रक्तदान कर सकता है, और एक यूनिट रक्त चार व्यक्तियों का जीवन बचाने में सहायक होता है।
कार्यक्रम के दौरान श्रद्धालुओं को स्वैच्छिक रक्तदान की शपथ दिलाई गई। कई लोगों ने मौके पर ही रक्तदान के लिए पंजीकरण कराया, वहीं पाँच लोगों ने तत्काल रक्तदान कर समाज के लिए प्रेरणास्रोत बनने का कार्य किया।
अतिथियों ने अपने उद्बोधन में कहा कि रक्तदान मानवता की सर्वोच्च सेवा है। प्रत्येक स्वस्थ व्यक्ति को नियमित रूप से रक्तदान कर किसी का जीवन बचाने में योगदान देना चाहिए।
रविदास घाट की पावन धरती पर दीपों की ज्योति के साथ जब रक्त ज्योति – दीप से जीवन तक का संदेश गूंजा, तो यह आयोजन केवल देव दीपावली का उत्सव नहीं, बल्कि मानवता और जीवन के प्रति समर्पण का प्रतीक बन गया।
