अब बनारसवालों को मिलेगा जाम से निजात, पुलिस कमिश्नर ने दिये आवश्यक दिशा-निर्देश...
वाराणसी। पुलिस आयुक्त वाराणसी, मोहित अग्रवाल ने सुगम यातायात और अवैध अतिक्रमण को लेकर एक अहम बैठक की, जिसमें काशी और वरुणा ज़ोन के अधिकारियों के साथ समीक्षा की गई। इस बैठक में उन्होंने यातायात को सुधारने और अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए।
1. यातायात व्यवस्था प्राथमिकता : पुलिस आयुक्त ने स्पष्ट किया कि कमिश्नरेट पुलिस की पहली प्राथमिकता यातायात को सुगम बनाना है। जाम की स्थिति में संबंधित थाना या चौकी प्रभारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
2. अतिक्रमण की रोकथाम: अतिक्रमण हटाए गए स्थानों पर चेतावनी बोर्ड और बैरिकेट्स लगाने के निर्देश दिए गए ताकि पुनरावृत्ति न हो। नियमित निगरानी के लिए भी निर्देश जारी किए गए।
3. व्यवसायिक प्रतिष्ठानों की जिम्मेदारी: अस्पतालों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के पास सड़क पर वाहनों को खड़ा न होने दिया जाए। पार्किंग के लिए उनके द्वारा उपलब्ध पार्किंग स्थान का ही प्रयोग हो।
4. निर्माण कार्यों में रूट डायवर्जन: जिन सड़कों पर निर्माण या मरम्मत कार्य की अनुमति दी जाए, वहां पहले से रूट डायवर्जन और वन-वे व्यवस्था लागू की जाए।
5. ई-रिक्शा और ऑटो पर नियंत्रण: ई-रिक्शा की तरह, ऑटो रिक्शा भी केवल परमिट प्राप्त मार्गों पर ही चलेंगे। नियमों का पालन न करने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
6. विशेष यातायात योजनाएं: अधिकारीगण नियमित भ्रमण और निरीक्षण करते हुए वन-वे, यू-टर्न, और कट को बंद करने जैसी योजनाएं बनाकर उन्हें प्रभावी रूप से लागू करें।
अभियान के अन्य निर्देश
विवेचनाओं का निस्तारण: लंबित विवेचनाओं के जल्द निस्तारण और वांछित अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए।
संवेदनशीलता और सौहार्द: पुलिस आयुक्त ने कहा कि पुलिसकर्मियों का व्यवहार जनता के प्रति संवेदनशील और सहयोगात्मक होना चाहिए। किसी भी व्यक्ति के साथ दुर्व्यवहार की शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
इस समीक्षा बैठक में डीसीपी ट्रैफिक हृदेश कुमार, डीसीपी काशी ज़ोन गौरव बंशवाल, डीसीपी वरुणा ज़ोन चंद्रकांत मीना, एडीसीपी काशी जोन नीतू, एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी., एडीसीपी ट्रैफिक राजेश कुमार पांडेय समेत कई अन्य अधिकारी और थाना प्रभारी मौजूद थे।