×

वाराणसी की लेडी सिंघम एडीसीपी नीतू कात्यायन, पुलिसिंग की नई पहचान

वाराणसी की लेडी सिंघम एडीसीपी नीतू कात्यायन, पुलिसिंग की नई पहचान

वाराणसी। वाराणसी पुलिस की एडीसीपी (वरुणा जोन) नीतू कात्यायन आज लेडी सिंघम के नाम से जानी जाती हैं। अपनी निडर कार्यशैली, कड़े फैसलों और संवेदनशील नेतृत्व के कारण वह न सिर्फ वाराणसी, बल्कि पूरे प्रदेश की पुलिस के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी हैं।

नीतू कात्यायन ने साबित किया है कि पुलिस की वर्दी सिर्फ कानून लागू करने का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह जनता की सुरक्षा और अधीनस्थों के लिए अभिभावक जैसी भूमिका निभाने का दायित्व भी निभाती है। उनकी छवि एक सख्त लेकिन न्यायप्रिय अधिकारी की है, जो हमेशा टीम वर्क और अनुशासन पर जोर देती हैं।


कर्तव्यपरायणता की मिसाल

एडीसीपी नीतू कात्यायन का मानना है कि पुलिसिंग केवल अपराधियों पर शिकंजा कसने तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज में विश्वास और सुरक्षा की भावना पैदा करना भी उतना ही जरूरी है। उनकी यही सोच उन्हें जनता और अधीनस्थ पुलिसकर्मियों दोनों के बीच सम्मान दिलाती है।


पुलिसकर्मियों के लिए प्रेरणा

उनकी कार्यशैली और समर्पण ने वाराणसी पुलिस में एक नई ऊर्जा भर दी है। उनके नेतृत्व में काम करने वाले जवान उन्हें एक आदर्श मानते हैं। कठिन परिस्थितियों में उनके दृढ़ निर्णय और जमीनी स्तर पर काम करने का तरीका पुलिसिंग के लिए नई दिशा दिखाता है।


गौरव की प्रतीक

नीतू कात्यायन सिर्फ एक अधिकारी नहीं, बल्कि प्रदेश पुलिस के लिए गौरव और सम्मान का प्रतीक हैं। उनकी पहचान आज सिर्फ “लेडी सिंघम” तक सीमित नहीं है, बल्कि वे हर उस महिला अधिकारी की प्रेरणा बन चुकी हैं जो वर्दी में समाज और देश की सेवा का सपना देखती है।

Share this story