वाराणसी में दबंग दरोगा की बोल से शर्मसार हुई खाकी, मुकदमा दर्ज, ऑडियो वायरल...

वाराणसी। एक दैनिक समाचार पत्र के संवाददाता एवं पत्रकार प्रेस क्लब के प्रदेश मीडिया प्रभारी विनय पांडे को गाली गलौज तथा जान से मारने की धमकी देने के साथ ही पत्रकारों को दौड़ा-दौड़ा कर लाठियां से पीटने वाले गालीबाज दबंग दरोगा हरिशचंद्र मिश्रा की ऑडियो वायरल होते ही मंडुवाडीह पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर विवेचना शुरू कर दिया है।
परंतु थाना प्रभारी मंडुवाडीह भरत उपाध्याय के इशारे पर मकान मालिक द्वारा विनय पांडे के दवा की फुटकर एवं थोक की दुकान में जबरन तालाबंद करवा कर लाखो की दवा चोरी किए जाने के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बजाय आरोपियों को बचाने में जुटी हैं। थाना प्रभारी ने आरोपी दारोगा हरिशचंद्र मिश्रा को भी बचाने का भरपूर प्रयास किया था,परंतु पुलिस के बड़े अधिकारियों के हस्तक्षेप पर उन्हें मुकदमा दर्ज करना पड़ा। दरोगा के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की पुष्टि खुद थाना प्रभारी भरत उपाध्याय ने की है।
आरोपी दारोगा हरिशचंद्र मिश्रा के खिलाफ बीएनएस की धारा 351 (4) व 352 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। आरोपी दारोगा के बारे में जानकारी मिली है कि वह चोलापुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत कटारी का रहने वाला है, तथा लखनऊ में सिविल पुलिस का दरोगा है और वह मकान मालिक के बेटे अमित मिश्रा का ससुर बताया जा रहा है।
इसकी पुष्टि आरोपी दारोगा के एक ऑडियो से हुई है। पत्रकार विनय पांडे का आरोप है कि बीते 10 जुलाई 24 की दोपहर थाना प्रभारी मंडुवाडीह भरत उपाध्याय के इशारे पर मकान मालिक के बेटे क्रमशः अमित मिश्रा व अतुल मिश्रा ने शिवदासपपुर के तारकेश्वर नगर स्थित मेरे दवा की थोक एवं फुटकर दुकान से मुझे खींच कर गाली गुप्ता तथा जान से मारने की धमकी देते हुए बाहर करने के बाद ताला बंद कर दिया गया। इतना ही नहीं पुलिस के सह पर आरोपियों ने मेरे दुकान से लाखों का दवा भी गायब कर दिए हैं, दवा गायब किए जाने तथा दुकान से दवा निकालने की दो वीडियो भी मेरे पास उपलब्ध है,इसके बावजूद भी थाना प्रभारी आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत नहीं कर रहे हैं।
पीड़ित विनय ने बताया कि मैं इस प्रकरण में सीपी,जेसीपी को प्रार्थना पत्र देकर कार्रवाई की मांग किया है। मेरे इस प्रकरण में थाना प्रभारी उच्च अधिकारियों को भी झूठी रिपोर्ट देकर उन्हें गुमराह कर रहे हैं,मामले की उच्च स्तरीय जांच हो जाए तो सच सामने आ जाएगा। वहीं थाना प्रभारी मंडुवाडीह भरत उपाध्याय ने अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए बताया कि इस मामले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है, गलत आरोप लगाए जा रहे हैं।