कर्बला दूर है, जाना जरूर है, या हुसैंन, या हुसैंन की गूंँज के साथ ताजिया हुई ठंडी

वाराणसी। चौबेपुर क्षेत्र के विभिन्न ग्राम सभा में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने या हुसैन, या हुसैन, नारे तकबीर अल्लाहुअकबर करबला दूर है, जाना जरूर है, की अवाज़ बुलंद कर एमामें हुसैन की सहादत में मुहर्रम की 10 तारीख को अखाड़ा में करतब दिखाते हुये लाठी पटा खेलते हुये, ताजिया का जूलूस निकालाकर ताजिया को ठंडा किया। इसी तरह मुस्लिम समुदाय के लोगों ने चौबेपुर थाना अन्तर्गत विभिन्न ग्राम सभाओं में जैसे कौवापुर, धौरहरा, छितमपुर, डुबकियांँ, पर्वतपुर, चंद्रावती, मोलनापुर ताजपुर, हरिहरपुर, कैथी, राजवारी, पलकहांँ, जाल्हुपुर, में भी मुहर्रम की 10 तारीख पर अखाड़े में करतब दिखाते हुये आलम़ के साथ जुलूस निकालकर हजरत एमामें हुसैन की याद में, या हुसैंन या हुसैंन।
अल्लाहुअकबर करते हुये मैदानें करबला की ओर ताजिया ठंडा करनें के लिये निकल पड़े। मुस्लिम समुदाय के मौलाना कौवापुर ग्राम सभा फैजुरहमान, हाजी सुनौवर आदि ने बताया कि मुहर्रम इस्लामिक कैलेंडर का पहला महीना होता है। मुहर्रम के चाँद की 10वीं तारीख को यौम-ए-आशूरा कहा जाता है। वहीं मौलाना ने बताया कि मुहर्रम के 10वें आशूरा को मुस्लिम समुदाय लोगों का अहम़-खास दिन होता है। मौलाना ने कहा कि मुहर्रम इस्लामिक चाँद देखकर 9 तारीख को ताजिया एमामें चौक पर बैठाई जाती है, और वहीं दूसरे दिन चाँद की 10 तारीख को ताजिया कर्बला में दफ़न की जाती है। मुहर्रम के चांँद से पहला महीना माना जाता है। माह-ए-मोहर्रम की अलग-अलग तिथियों का भी मुस्लिम समुदाय में खास महत्व होता है। क्योंकि इसे यौम-ए-आशूरा कहा जाता है, इसमें मुस्लिम समुदाय के शिया व सुन्नी समुदाय के लोग अपने-अपनें तरीके से मुहर्रम मनाते हैं । मुस्लिम समुदाय यौम-ए-आशूरा के 10वें दिन को मुहर्रम का ताजिया का जुलूस निकाल कर शहादत मनाते है।
इसी दिन कर्बला की जंग में पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हसन-हुसैन परिवार सहित 72 लोग मैदानें जंग में शहीद हो गये थे। इसलिये इस दिन को शहादत के रूप में मनाया जाता है। इसी सहादत के साथ अपनी-अपनी क्षेत्र की ताजियादारों नें ताजिया कर्बला में ठंडा किया वहीं कौवापुर की ताजिया बहरामपुर स्थित कब्रिस्तान पर ताजिया ठंडी की गयी। इस मौकेपर फैजुरहमान, मोहम्मद हबीब दादा, असलम बीडीसी, सलाउद्दीन, कौवापुर नामित ग्राम प्रधान नीरज पाल़, बहादुरपुर ग्राम प्रधान शैलेन्द्र कुमार, पूर्व ग्राम प्रधान कौवापुर नागसेन गौतम़, मोतीलाल, मोहम्मद अली, साजिद आलम़, शेख अलाउद्दीन, मोहम्मद अनवर मंसूरी, निजामुद्दीन मंसूरी, अजहर शेख, असगर अली, इरफाऩ, शाहिद आलम, कैहान आलम़, फैजी, चाँदबाबू, नियाज अहमद, इमरान खान, डा. जाहिद, जावेद शेख आदि लोग ताजियादारों के साथ मौजूद रहे।