IRCTC ने वाराणसी के लिए लाया शानदार पैकेज, बाबा विश्वनाथ के दर्शन के साथ लें गंगा आरती का आनंद

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गर्मियों की छुट्टियों के आने पर लोगों की यात्रा की योजना बनने लगती है। वे अपने बजट के अनुसार घूमने की जगहों की योजना बनाते हैं। इस गर्मियों की छुट्टी में, यदि आप भी घूमने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) का एक योजना है।
आईआरसीटीसी द्वारा देश के विभिन्न स्थानों के लिए टूर पैकेज आयोजित किए जाते हैं। इस बार आईआरसीटीसी ने भारत के मशहूर शहर वाराणसी के लिए एक टूर पैकेज लाया है। इस शहर में नाव पर गंगा की सैर करना आपकी गर्मियों की छुट्टी को सफल बना देगा। यह उत्तर भारत के इस शहर की अपनी ऐतिहासिक विरासत है और इसे अध्यात्म का शहर भी कहा जाता है।
इस टूर पैकेज में आपको निम्नलिखित जगहों का दौरा कराया जाएगा:
इस टूर पैकेज के तहत, आईआरसीटीसी आपको वाराणसी के सभी प्रमुख मंदिरों की यात्रा कराएगा। इसमें काशी विश्वनाथ मंदिर, काल भैरव मंदिर, भारत माता मंदिर शामिल हैं।
- काशी विश्वनाथ मंदिर: यह मंदिर वाराणसी का सबसे प्रमुख मंदिर है और हिंदू धर्म की महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों में से एक है। यहां की यात्रा हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती है।
- काल भैरव मंदिर: यह मंदिर भगवान काल भैरव को समर्पित है और वाराणसी के प्रमुख मंदिरों में से एक है। यहां श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव का अवसर मिलता है।
- भारत माता मंदिर: यह मंदिर देश की माता, भारत माता, को समर्पित है। यह एक प्रमुख पर्यटन स्थल है और इसकी स्थापना नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा की गई थी।
यहां से आप वाराणसी की सबसे खास गंगा आरती में भी शामिल होंगे। गंगा आरती एक आध्यात्मिक अनुभव है जहां हजारों श्रद्धालु गंगा नदी के तट पर इस आरती का दर्शन करने आते हैं। इस आरती के दौरान प्रदीपों की ज्योति, भजनों की ध्वनि, और धार्मिक आत्मा से भरपूर माहौल का आनंद लिया जा सकता है। यह अनुभव आपकी गर्मियों की छुट्टी को अद्वितीय और यादगार बना देगा।
यह टूर पैकेज 4 दिन और 3 रात का है और आज से (22 मई) शुरू हो गया है। इस पैकेज के दौरान आईआरसीटीसी यात्रियों को जोधपुर से वाराणसी के लिए ट्रेन सुविधा प्रदान करेगी और ट्रेन के रास्ते में भी कुछ स्टॉपेज होंगे। यह टूर पैकेज 3AC और स्लीपर क्लास की सुविधा के साथ उपलब्ध है। इस टूर पैकेज के अंतर्गत आपको वाराणसी में एक रात के लिए होटल व्यवस्था की जाएगी। वाराणसी को भारत की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में माना जाता है और यह हमेशा ही हिंदू तीर्थयात्रियों को आकर्षित करता है।
इस टूर पैकेज की बुकिंग और अधिक जानकारी के लिए आप आईआरसीटीसी की वेबसाइट http://bit.ly/437tfVy पर जा सकते हैं। वहां से आप इस टूर पैकेज की बुकिंग भी कर सकते हैं।
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बनारस की गलियां भारतीय संस्कृति, वाराणसी की पारंपरिकता और सभ्यता का प्रतीक हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां निम्नलिखित हैं:
दशाश्वमेध गली, काशी विश्वनाथ गली, और गड़ीयां गली वाराणसी की प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं, जो वाराणसी की पारंपरिकता, संस्कृति और सभ्यता को प्रतिष्ठित करती हैं। ये गलियां शहर के ऐतिहासिक और धार्मिक महत्वपूर्ण स्थलों के आसपास स्थित हैं और परंपरागत वस्त्र, पूजा सामग्री, हस्तशिल्प उत्पादों और अन्य सामग्री की दुकानें प्रदान करती हैं।
ये गलियां आकर्षक और व्यापारिक गतिविधियों का केंद्र हैं, जहां आप विभिन्न रंग-बिरंगे सामग्री खरीद सकते हैं और इसके साथ ही आपको स्थानीय संस्कृति और वाराणसी के पारंपरिक विरासत का अनुभव भी मिलता है।
बनारस की गलियां भारतीय संस्कृति, वाराणसी की पारंपरिकता और सभ्यता का प्रतीक हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां हैं। यहां कुछ प्रमुख और प्रसिद्ध गलियां निम्नलिखित हैं:
काशी विश्वनाथ गली (Kashi Vishwanath Gali): यह गली काशी विश्वनाथ मंदिर के आसपास स्थित है और बनारस की प्रमुख धार्मिक और आध्यात्मिक गलियों में से एक है। यहां पूजा सामग्री, प्रसाद और अन्य धार्मिक सामग्री की व्यापारिक गतिविधियां होती हैं।
दशाश्वमेध गली (Dashashwamedh Gali): यह गली दशाश्वमेध घाट के पास स्थित है और बहुत भीड़ और गतिविधि का केंद्र है। यहां परंपरागत वस्त्र, पूजा सामग्री, ज्योतिष उपकरण और अन्य सामग्री बिक्री होती है।
सप्तसागर गली( Saptsagar Gali): यह गली टाउनहाल मैदान के गेट के ठीक सामने से शुरू होती है। इस गली में पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी है। इस गली में दवाई लेने के लिए काफी लोग हर रोज आते हैं।
गढ़वासी टोला गली (Garhwasi Tola Street): इस गली का घाट फेमस है। इसी घाट पर मगध के राजा ने भगवन शिवजी और दुर्गा माता का मंदिर बनवाया था। इस वजह से यहां दूर-दूर से लोग दर्शन करने आते हैं। इस घाट को प्रसिद्ध घाट इसलिए भी माना जाता है क्योंकि यहां चिता की आग कभी भी ठंडी नही होती है।
कचौरी गली (Kachori Gali): यह गली बनारस की प्रसिद्धतम खाद्य स्थलों में से एक है। यहां आपको विभिन्न प्रकार की स्वादिष्ट कचौरी और अन्य नाश्ता विकल्प मिलेंगे।
गोदौलिया बाजार (Godaulia Bazaar): यह एक प्रसिद्ध वाणिज्यिक बाजार है जहां आपको विभिन्न प्रकार के वस्त्र, गहने, हाथी-घोड़ा वस्त्र, सुविधाजनक सामग्री, उपहार आदि मिलेगा।
दुर्गा कुंड गली (Durga Kund Gali): यह गली बनारस के लोकप्रिय बाजारों में से एक है और यहां आपको कपड़े, गहने, जूते, हैंडीक्राफ्टेड आइटम्स और सौंदर्य प्रोडक्ट्स मिलेंगे।
ठठेरी गली (Thateri Gali): यह गली बनारस के पुराने शहरी क्षेत्र में स्थित है और कारीगरों की धार्मिक सामग्री और लोहारी उत्पादों की बिक्री के लिए प्रसिद्ध है।
मीर घाट (Mir Ghat): यह एक प्रमुख घाट है और मीर बाबा की मजार के पास स्थित है। यहां आपको धार्मिक सामग्री, संगीत उपकरण और अन्य कलाकृति सामग्री की बिक्री मिलेगी।
गोला दीनानाथ गली (Gola Dinanath Gali): ये गली कबीरचौरा क्षेत्र में है। यहां भगवान दीनानाथ का मन्दिर होने से इसका नाम गोला दीनानाथ पड़ा है। इस मंडी में आने वाली सभी गलियों को गोला दीनानाथ की गली के नाम से जाना जाता है। इस मण्डी के चारों तरफ गलियां हैं।
कालभैरव गली (Kalbhairav Gali): यह गली विश्वेश्वरगंज में है। यह भैरोनाथ चौराहा से शुरू होकर कालभैरव मंदिर तक जाती है। कालभैरव जी काशी के कोतवाल हैं जो भगवान शंकर के प्रधान सेनापति हैं।
ऐसी मान्यता है कि काशी में कोई व्यक्ति तभी निवास कर सकता है जब कालभैरव जी की अनुमति मिलती है। कालभैरव जी के नाम पर इस गली का नाम कालभैरव गली पड़ा।यहां के मोहल्ले का नाम भैरवनाथ है।