Independence Day 2023: वाराणसी जिला मण्डलीय चिकित्सालय में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न
Varanasi News: देशभर में धूमधाम से मनाया गया स्वतंत्रता दिवस। वही खबर वाराणसी से है। आज वाराणसी जिला मंडली चिकित्सालय में ध्वजारोहण का कार्यक्रम संपन्न हुआ, जिसमे बी बी सिंह (मुख्य अधीछक), मुकुंद श्रीवास्तव, नवीन गुप्ता, सरद, जमालू, वीके सिंह, संजय सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।
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Independence Day 2023: स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगामी लोकसभा चुनाव में जीत का दावा करते हुए कहा कि अगले साल इसी लालकिले से देश की उपलब्धि और देश का गौरव गान प्रस्तुत करूंगा। जिन परियोजनाओं का शिलान्यास किया है उनका उद्घाटन भी करूंगा। पीएम मोदी ने मणिपुर मुद्दे का भी जिक्र किया और आने वाले दिनों में देश के लिए नई परियोजनाओं के बारे में भी बात की।
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उन्होंने यह भी कहा कि भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण इन तीन बुराइयों से मुक्ति पाना है। पीएम मोदी ने अपने कार्यकाल के बारे में बात करते हुए 10 साल में किए कामों के पर बात की।
पीएम मोदी के भाषण की सबसे खास बात यह रही कि इस साल 'मेरे प्यारे देशवासियों' की जगह 'मेरे प्यारे परिवारजन' के साथ उन्होंने देश को संबोधित किया और अगले महीने अपने जन्मदिन विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना की शुरुआत करने का एलान किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने संबोधन की शुरुआत में कहा, ‘‘इतना बड़ा देश, 140 करोड़ मेरे भाई-बहन, मेरे परिवारजन... आज आजादी का पर्व मना रहे हैं। मैं देश के कोटि-कोटि जनों को, देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, भारत का सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को इस महान पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं देता हूं।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से कहा कि देश की आजादी की जंग में जिन लोगों ने योगदान और बलिदान दिया, त्याग किया, उन सबको नमन करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के अनेक हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा किए हैं, जिन परिवारों ने इनका सामना किया, उनके प्रति संवेदना प्रकट करता हूं। केंद्र और राज्य सरकार मिलकर संकट से निपटेंगे, प्रगति के रास्ते पर आगे बढ़ेंगे।
मणिपुर मुद्दे पर बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले दिनों वहां हिंसा का दौर चला, मां बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ, लेकिन अब शांति बहाल हो रही है और शांति से ही समाधान निकलेगा। पूर्वोत्तर में और हिंदुस्तान के भी कुछ अन्य भागों में... लेकिन विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला... कई लोगों को अपना जीवन खोना पड़ा।
पीएम मोदी ने कहा कि राज्य और केंद्र की सरकारें मिलकर वहां समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'भारत से जो प्रकाशपुंज उठा है उसमें विश्व को ज्योति नजर आ रही है। आज हमारे पास लोकतंत्र, जनसंख्या और विविधता है और यह त्रिवेणी भारत के हर सपने को साकार करने का सामर्थ्य रखती है। 'आज मेरे युवाओं ने दुनिया के पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में भारत को स्थान दिलाया है।'
पीएम मोदी बोले कि देश में अवसरों की कमी नहीं है, जितने अवसर की जरूरत होगी, उतने अवसर निकाले जाएंगे. भारत का सबसे बड़ा सामर्थ्य बना है विश्वास, सरकार के प्रति जन जन का विश्वास और विश्व का भारत के प्रति विश्वास।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमृतकाल के इस कालखंड में हम जो करेंगे, जो कदम उठाएंगे, जितना त्याग करेंगे, तपस्या करेंगे, उसका आने वाले एक हजार साल पर प्रभाव होगा। बदलते हुए विश्व को आकार देने में आज 140 करोड़ देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है, आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं।
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत एक हजार साल की गुलामी और आने वाले एक हजार साल के भव्य भारत के बीच में पड़ाव में हम खड़े हैं। देश इस समय ऐसी संधि पर खड़ा है और इसलिए अब हमें रुकना है, दुविधा में नहीं जीना है।
पीएम मोदी ने कहा, 'हमें खोई हुई उस विरासत का गर्व करते हुए, खोई हुई समृद्धि को प्राप्त करते हुए, हमें फिर एक बार और ये बात मानकर चलें कि हम जो भी करेंगे, जो भी कदम उठाएंगे और जो भी साधना करेंगे वो अगले एक हजार साल तक अपनी दिशा निर्धारित करने वाला है।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमारा लक्ष्य अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना, लोगों को सशक्त बनाना और भारत को विकसित देश बनाना है।' जब देश आर्थिक रूप से समृद्ध होता है, तब केवल देश की तिजोरी ही नहीं भरती है बल्कि देश का सामर्थ्य भी बढ़ता है।
पीएम मोदी ने कहा, '2014 में हम वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे, आज 140 करोड़ देशवासियों का पुरूषार्थ रंग लाया और हम विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था बन चुके हैं, यह ऐसे ही नहीं हुआ है, हमने लीकेज बंद किया, मजबूत अर्थव्यवस्था बनाई, गरीब कल्याण के लिए ज्यादा से ज्यादा धन खर्च करने का प्रयास किया।'
उन्होंने कहा कि विश्वभर में भारत की चेतना के प्रति विश्वास पैदा हुआ है, मेरी सरकार और मेरी देशवासियों का मान राष्ट्र प्रथम के वाक्य से जुड़ा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'हमें संतुलित विकास पर बल देना है, क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करना है। कोविड महामारी के बाद एक नयी वैश्विक व्यवस्था, एक नया भू राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है।'
उन्होंने कहा कि आज दुनिया महंगाई की समस्या से जूझ रही है, हम जब सामान बाहर से मंगाते हैं तब महंगाई भी आती है, देश में महंगाई का बोझ कम से कम हो, इस दिशा में हमारा प्रयास जारी रहेगा।
लोकसभा चुनाव 2024 का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम जिन योजनाओं का शिलान्यास करते हैं, उनका उद्घाटन भी करते हैं, इन दिनों जिन योजनाओं का शिलान्यास कर रहा हूं, उसका भी उद्घाटन करना आपने (जनता ने) हमारे लिए रख छोड़ा है। अगले साल इसी लाल किले से झंडा फहराऊंगा।
उन्होंने यह भी कहा, 'स्थिर सरकार चाहिए, पूर्ण बहुमत वाली सरकार चाहिए और 30 साल के अनिश्चितता के कालखंड के बाद देश के लोगों ने एक स्थिर सरकार दी, 2014 और 2019 में एक पूर्ण बहुमत वाली, स्थिर सरकार बनाई तो मोदी में सुधार की हिम्मत आई। मैं तिरंगे को साक्षी मानकर अपने देशवासियों को 10 साल का हिसाब दे रहा हूं। हमने सहकार से समृद्धि का रास्ता अपनाया है।'
उन्होंने कहा कि जब आपने एक मजबूत सरकार फॉर्म की तो मोदी ने रिफॉर्म किया, नौकरशाही ने परफॉर्म किया और जनता जुड़ गई तो ट्रांसफॉर्म हुआ। आज झुग्गी-झोपड़ी से निकले बच्चे दुनिया में पराक्रम दिखा रहे हैं, छोटे-छोटे गांव, कस्बे के नौजवान, हमारे बेटे-बेटियां आज कमाल दिखा रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा, 'आज देश में आतंकी हमलों में कमी आई है, नक्सली घटनाएं बीती बातें हो गई हैं। यह काम करने वाली सरकार है, यह नया भारत है.. यह भारत न रुकता है, न हांफता है। यह मोदी की गारंटी है कि अगले पांच साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।'
पीएम मोदी ने कहा कि साल 2047 में जब देश आजादी के 100 साल का जश्न मना रहा होगा तब भारत का तिरंगा विकसित भारत का तिरंगा झंडा बने। हमारी नीतियां स्पष्ट हैं, नीयत पर कोई सवालिया निशान नहीं है लेकिन मुद्दे हैं जिस पर मैं लाल किले की प्राचीर से देश की जनता से मदद और आशीर्वाद मांग रहा हूं।
उन्होंने कहा कि हमें ऐसा भारत बनाना है जो राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का था, स्वतंत्रता सेनानियों का था, वीरांगनाओं का था।
पीएम मोदी ने कहा, 'हमारे देश में 25 साल से चर्चा हो रही थी कि नई संसद बने, लेकिन यह मोदी है... समय से पहले नई संसद बन गई, यह काम करने वाली सरकार है, निर्धारित लक्ष्यों के साथ काम करने वाली सरकार है।
देश में रेल आधुनिक हो रही है तो वंदे भारत ट्रेन भी आज देश में चल रही है, गांव-गांव पक्की सड़कें बन रही हैं तो इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो की रचना भी आज देश में हो रही है। आज गांव-गांव तक इंटरनेट पहुंच रहा है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वयं सहायता समूहों की सराहना करते हुए कहा कि सरकार का लक्ष्य दो करोड़ लखपति दीदी बनाने का है।
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत हमने 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए हैं ताकि गरीब को दवाई मिले, उनका अच्छे से इलाज हो, हमने पशुधन को बचाने के लिए करीब 15 हजार करोड़ रुपये टीकाकरण पर लगाए हैं।
पीएम मोदी ने कहा, 'किसान भाइयों का पुरुषार्थ है कि आज देश कृषि के क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है हमने पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से ढाई लाख करोड़ रुपये किसानों के खातों में जमा किए, हर घर में शुद्ध पानी पहुंचाने के लिए हमने जल जीवन मिशन पर 2 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं।'