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AnyDesk एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाला गैगेस्टर गिरफ्तार, भारी मात्रा में चेक, डेबिट-क्रेडिट कार्ड बरामद

AnyDesk एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाला गैगेस्टर गिरफ्तार, भारी मात्रा में चेक, डेबिट-क्रेडिट कार्ड बरामद

आवेदक विनोद यादव S/O झूरीलाल यादव, ग्राम कुशहां, पोस्ट- घनश्यामपुर, थाना बदलापुर, जिला जौनपुर द्वारा साइबर क्राइम पुलिस थाना वाराणसी पर सूचना दी गयी कि वादी को मो0नं0 9832196446 से फोन कर अपने को ई.टी. मनी(एस.आई.पी.)  के कस्टमरकेयर अधिकारी बनकर  मोबाइल अप्लीकेशन डाउनलोड कराकर उसका मोबाइल हैक कर खाते व क्रेडिट कार्ड से करीब 520516 रुपये की धोखाधड़ी किया गया है , जिसकी जांच उ.नि. नीलम सिंह व हे.का. रविकान्त जायसवाल द्वारा की गयी और जाचोपरान्त  पर मु0अ0सं0- 0017/2022 धारा- 420 भादवि व 66सी आईटी एक्ट पंजीकृत कर विवेचना प्रारम्भ की गयी।


उपरोक्त प्रकरण में विशेष पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम लखनऊ, पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम लखनऊ, पुलिस उप महानिरीक्षक वाराणसी परिक्षेत्र वाराणसी श्री अखिलेख कुमार चौरसिया,क्षेत्राधिकारी साइबर क्राइम श्री गौरव कुमार शर्मा द्वारा साक्ष्य संकलन/अनावरण एवं गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था जिसके अनुपालन में इलेक्ट्रानिक सर्विलांस , सी.डी.आर. एनालिसिस व अन्य साइबर तकनीक का प्रयोग करते हुए  संकलित साक्ष्यों के आधार संलिप्तता प्रमाणित होने पर दिनांक 14.09.2023 को अभियुक्त उपरोक्त भारत पेट्रोलियम कार्पोरेशन लिमिटेड रेलवे डीजल संस्थान वाराणसी सिटी गेट के सामने, वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया ।विवेचनात्मक कार्यवाही पूरी कर उपरोक्त अभियुक्तगण का चालान माननीय न्यायालय में प्रस्तुत किया जा रहा है ।

अपराध का तरीकाः-

पूछने पर बता रहा है कि मै स्नातक किया हूं और अपराध की दुनिया में वर्ष 2001 में ही आ गया था , वर्ष 2001 में गंभीर मारपीट , गाली गलौज में जेल गया था , उसके बाद मै सन् 2016 में अपने भांजे को मर्डर कर लिया था जिसमें मेरे विरूद्ध वर्ष 2016 में थाना- कृण्णानगर लखनऊ से गैगेस्टर एक्ट में कार्यवाही किया गया था, तब से मै लगातार जरायम की दुनिया में रहकर अपराध के पैसे से प्रतापगढ़, लखनऊ, नोएडा, देवगढ़ आदि स्थानों पर रहकर अपराध कर रहा हूं, वर्ष 2019 में थाना- बिसरख , गौतमबुद्ध नगर से धोखाधड़ी में जेल जाने के बाद गैगेस्टर एक्ट की कार्यवाही की गया था, इसके बाद वर्ष 2020 में जनपद अयोध्या से चोरी व धोखाधड़ी में जेल गया था ।

इसके बाद वर्ष 2021 में थाना – देवघर टाउन से मै धोखाधड़ी के केस में देवघर जेल गया था यही पर मेरी मुलाकात अफजल अंसारी व सागीर अंसारी  नाम के दो साइबर अपराधियों से मेरी मुलाकात हुई और फिर मै जेल से बाहर आने के बाद मै साइबर अपराध में पूरी तरह से लिप्त हो गया मैने साइबर अपराध सीखने के लिए व साइबर फ्राड कैसे किया जा रहा है इसके लिए देवघर, धनबाद, पश्चिम बंगाल, खुटी झारखण्ड आदि के साइबर अपराधियों से मिला तथा इस मुकदमे में साइबर फ्राड कॉलिंग करने के लिए अवैध तरीके से सिम प्राप्त करके अपने साथी अफजल को धनबाद में दिया था जिसका प्रयोग अफजल ने अपने साथी सागीर के माध्यम से देवघर से कॉलिंग करके साइबर अपराध किया।

अफजल द्वारा मुझे सिम दिया जाता है और मै विभिन्न लोगों बहला फुसलाकर पैसा आने के नाम पर विभिन्न बैंकों में खोता खुलवाता था और उन खातों में अपने सिम या अफजल , सागीर से प्राप्त सिम का नंबर को बैंक खातों में लिंक मोबाइल नंबर के रूप में डाल देता था और उसी नंबर से खातों में इंटरनेट बैंकिंग चालू करके ट्राजेक्शन करता था । जिस व्यक्ति के नाम से खाता खुलवाता था उसे 5,000/- रूपये से 10,000/- रूपये तक देता था और अफजल व सागीर किसी भी पीड़ित को फोन कर धोखे से उसके खाते का एक्सेस लेकर मेरे द्वारा खोले गये खाता में पैसा डलवाते थे जिसको मेरे द्वारा अथवा अफजल व सागीर द्वारा निकाला जाता था और आपस में बांट लिया जाता था ।साहब मेरे पास से बरामद 950/-रूपये इसी मुकदमे के फ्रांड किये हुए धन का बचा हुआ रूपया है तथा मेरे पास से बरामद मोबाइल व उसमे लगा सिम का प्रयोग मैने स्वयं इस अपराध मे किया है। तथा मेरे पास से बरामद चेकबुक कोटक बैक खाता , HDFC बैंक खाता में भी इस अपराध से सम्बन्धित कुछ पैसे आये है। इस मुकदमे का 80% रूपया मैने स्वयं लिया तथा बहुत सारा रूपया इस मुकदमे का मैंने अपनी निकट महिला मित्र के ऐशो-आराम पर खर्च किया तथा कुछ पैसे खाने- पीने ऐशो-आराम मे खर्च हो गये। मै वाराणसी कचहरी में अपने विरूद्ध मुकदमा की जानकारी के लिए आया था और पुनः गोरखपुर जाने वाला था कि आप लोगों ने मुझे पकड़ लिया।

बरामदगीः-

1-    एन्ड्रायड मोबाइल फोन-        03 अदद 

2-    की-पैड मोबाइल फोन -         01 अदद

3-    चेक बुक विभिन्न बैकों के –    12 अदद

4-    पासबुक विभिन्न बैकों के –    04 अदद

5-    ए.टी.एम. कार्ड विभिन्न बैंकों के –    04 अदद 

6-    मुकदमा उपरोक्त से  संबन्धित बरामद नगद - 950 रुपये 

नोट- विभिन्न बैंकों खातों की जानकारी प्राप्त हुई है जिसको सीज की कार्यवाही प्रचलित है ।

नाम पता गिरफ्तार अभियुक्तः-

संदीप गौड़पुत्र अमृत लाल  निवासीबी 10/1 पुरानी आबकारी, तहसील सदर प्रतापगढ़, उ.प्र. – 230001 व  हालपता. –बी 329, सेक्टर-122, नोएडा, गौतमबुद्द नगर, उत्तर प्रदेश उम्र करीब 40 वर्ष, शिक्षा- स्नातक । 


आपराधिक इतिहास -

1-    मु.अ.सं.- 120/2001 धारा- 308, 34, 323, 504, 506 भा.द.वि.  थाना- कोतवाली नगर, प्रतापगढ़, उ.प्र. । 

2-    मु.अ.सं.- 119/2001 धारा- 392,411  भा.द.वि.  थाना- अन्तु, प्रतापगढ़, उ.प्र. । 

3-    मु.अ.सं. -0009/2022 धारा – 2/2 उ.प्र. गिरोहबन्द समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम 1986 थाना- अन्तु, प्रतापगढ़, उ.प्र. । 

4-    मु.अ.सं.- 0094/2016 धारा – 364/302/201 भा.द.वि. थाना- कृण्णानगर, जनपद- लखनऊ दक्षिण (कमिश्नरेट लखनऊ)  उ. प्र. । प्र.सू.रि- 28/02/2016 

5-    मु.अ.सं.-0058/2017 धारा- 2(बी)(1) व 3(1) उ.प्र. गिरोहबन्द समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम 1986,  थाना- कृण्णानगर, जनपद- लखनऊ दक्षिण (कमिश्नरेट लखनऊ)  उ. प्र. ।– प्र.सू.रि.- 22.01.2017

6-    मु.अ.सं.- 0378/2019 धारा – 408,411,120बी भा.द.वि. थाना- बिसरख, जनपद- कमिश्नरेट  गौतमबुद्ध नगर  उ. प्र. । प्र.सू.रि- 04/04/2019

7-    मु.अ.सं.-0945/2019 धारा- 2 व 3 उ.प्र. गिरोहबन्द समाज विरोधी क्रियाकलाप अधिनियम 1986,  थाना- बिसरख, जनपद- कमिश्नरेट  गौतमबुद्ध नगर , उ. प्र. ।– प्र.सू.रि.- 29.08.2019

8-    मु.अ.सं. -0807/2020 धारा- 419, 420, 467, 471, 379, 328, 411 भा.द.वि. थाना-कोतवाली, अयोध्या, उ.प्र। प्र.सू.रि- 07/11/20120

9-    मु.अ.सं.- 0053/2021 धारा- 41, 411, 379, 328 भा.द.वि. थाना- कोतवाली, अयोध्या, उ.प्र. – प्र.सू.रि.- 04.02.2021

10-    मु.अ.सं.- 605/2021 धारा- 406, 420, 467, 468, 471 भा.द.वि.  थाना- देवघर टाउन, झारखण्ड । 

11-    मु.अ.सं. -0017/2023 धारा – 420, 411, 417, 120बी  भा.द.वि. व 66 सी. आई.टी. एक्ट , थाना- साइबर क्राइम वाराणसी, उ.प्र. । 

नोट- अभियुक्त के  और भी आपराधिक इतिहासके बारे में जानकारी मिल रहा है जिसके बारे में जानकारी की जा रही है । 

पुलिस टीम के सदस्य थाना साइबर क्राइम वाराणसी  -

1.    प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र

2.    उ.नि. संजीव कन्नौजिया

3.    हे.का.(क.आ.) श्याम लाल गुप्ता 

4.    हे.का. आलोक कुमार सिंह

5.    हे.का. प्रभात कुमार द्विवेदी

6.    हे.का. गोपाल चौहान

7.    हे. का. रविकान्त जायसवाल 

8.    हे.का. राजेन्द्र कुमार पाण्डेय

9.    का. चन्द्रशेखर यादव 

10.    का. पृथ्वीराज सिंह

11.    का. देवेन्द्र कुमार यादव

12.    का. अनिल कुमार

13.    का. मनीष सिंह

14.    का. अवनीश सिंह

15.    का. चालक विजय कुमार

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