वाराणसी। संकट मोचन हनुमान जी की कृपा से आज फिर आप लोगों से मुखातिब होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। पिछले 16 सितंबर 2019 को राष्ट्र की मजबूती के लिए हमने एक संकल्प लिया था जो संकट मोचन हनुमान जी ने पूरा किया। इस बार राष्ट्र को फिर से बचे हुए शेष कार्यों को पूरा करने के निमित्त हमने एक संकल्प लिया था जिसे राम जी ने पूरा किया। इसी संकल्प के माध्यम से कल 16 सितंबर को फिर हनुमान जी की प्रेरणा से राम लक्ष्मण और जानकी जी को स्वर्ण मुकुट अर्पण करने जा रहा हूं। यह बातें मीडिया बेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष डा. अरविन्द सिंह ने पत्रकारपुरम में आयोजित पत्रकार वार्ता में कही। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आप लोगों के माध्यम से राम लक्ष्मण और जानकी सहित हनुमान जी से प्रार्थना है कि मेरे इस छोटे से प्रयास को स्वीकार करें।
उन्होंने कहा कि इस देश का हर आदमी अपने-अपने तरीके से राष्ट्र की सेवा में लगा हुआ है। सेना के जवान अपने तरीके से देश की सेवा कर रहा है, व्यापारी अपने तरीके से सेवा कर रहा है, पत्रकार बन्धु आप लोग अपने तरीके से सेवा कर रहे हैं, मैं भी एक छोटा सा आदमी अपने तरीके से राष्ट्र को मजबूत करने की कोशिश कर रहा हूं। मैं ज्यादा कुछ नहीं कर पाता हूं तो भक्ति के माध्यम से राष्ट्र को शक्ति देने की कोशिश कर रहा हूं।
डा. अरविन्द सिंह ने कहा कि मोदी जी जब से देश की बागडोर संभालें हैं, मुझे लगता है कि देश तरक्की पर है, सनातन उत्थान पर है, इस देश के लिए हिंदुइज्म जो सबसे ज्यादा जरूरी है, वह अब तक के सबसे ज्यादा तरक्की पर है।
मैं चाहता हूं कि मोदी जैसा नायक सदियों बाद इस देश को मिला है। मैं चाहता हूं कि देश का नायक और मजबूत हो, और शसक्त हो, ताकि हमारा देश और सनातन धर्म और आगे बढ़े।एक प्रश्न के उत्तर में डा. अरविन्द सिंह ने कहा कि इस स्वर्ण मुकुट अर्पण के पीछे न तो मेरी कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है न कोई राजनीतिक स्वार्थ और न ही कोई लालच या मंशा है।
हां एक लालच जरूर है कि हमारा राष्ट्र मजबूत हो, हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत हो, देश खुशहाली के रास्ते पर आगे बढ़े, हमारे सनातन धर्म में आने वाली बाधाएं दूर हों और सेक्युलर के नाम पर देश में तुष्टिकरण बंद हो। मुझे लगता है कि मोदी जैसा शख्स ही इस राष्ट्र को इस तरह की मजबूती दे सकता है। इसलिए मैं चाहता हूं कि हनुमान जी मोदी जैसे नायक के ऊपर अपनी कृपा बनाए रखें। आप को बता दूं कि हनुमान जी जब तक चाहेंगे तब तक देश के ऐसे नायक के लिए हनुमत दरबार की सेवा करता रहूंगा।