काशी में मिले सम्मान से गदगद नजर आए विशिष्ट जन, बोले काशी जैसी नगरी में सम्मान मिलना बड़ी बात
वाराणसी। हर व्यक्ति को समर्पण एवं लगन की भावना से कार्य करना चाहिए। समर्पण के साथ लगन से किया गया कार्य व्यक्ति के आगे बढ़ाने में सहायक होता है, आज यहां जितने भी लोगों का सम्मान किया जा रहा है उन्होंने तमाम चुनौतियों का सामना करते हुए लगातार अपने मन में आगे बढ़ने का जज्वा कायम रखा और आज भी इस मुकाम तक पहुंचे है। यह बातें 'काशी वैश्विक गौरव सम्मानः हुनर को सलाम' में आये अतिथियों ने बोलते हुए व्यक्त की। काशी वैश्विक फाउण्डेशन की तरफ से रविवार को स्थानीय ताज होटल में आयोजित समारोह में सम्पूर्ण भारत से विविध कलाओं में पारंगत विभूतियों को काशी वैश्विक गौरव सम्मान से नवाजा गया।
समारोह के मुख्य अतिथि असम एवं मणिपुर के राज्यपाल श्री लक्ष्मण आचार्य ने विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश के स्टांप न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल जी व पूर्व यूनियन स्टेट मिनिस्टर अश्वनी चौबे के साथ इस आयोजन में अहम भूमिका रखने वाले काशी वैश्विक फाउंडेशन के संस्थापक अजय जायसवाल, नीरज पारिख व नमित पारिख की मौजूदगी में जब देश के विभिन्न हिस्सों से आये विभूतियों को सम्मान प्रदान करना शुरू किया तो पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। इस मौके पर कवियत्री नायाव मिधा, चाइल्ड इनवारन्मेटिलस्ट एंड सोशल इंटरप्रेन्योर ईहा दीक्षित, लिपन आर्टिस्ट पायल बंसल, वॉयस एक्टर (बदलापुर का आशीप) आशीष सिंह, एक्यूटिक वाइल्डलाइफ बायोलॉजिस्ट डॉ. अणिमा सिंह, विहार्ट-द क्राफ्ट एंड वेव्स ऑफ बिहार की फाउंडर सुमित जालान, रिकंस्ट्रक्टिंग इको फेमिनिज्म डॉ. मधु, संगीत नाटक एकेडमी अवाडी सोशल एंड कल्चरल एक्टिविस्ट मधुश्री हटियाल, र्प फार्मर विनोद कुमावत भारती", आर्टिस्ट राखी सपेरा, इंटरनेशनल कालवेलिया डांसर पद्मश्री गुलाबो सपेरा, गोड आर्टिस्ट पद्मश्री दुर्गा बाई व्याम्, काष्ठ कला आर्टिस्ट पद्मश्री गोदावरी सिंह एवं एसीपी, जम्मू एंड कश्मीर डॉ. शाहिदा परवीन गांगुली, टेलीविज़न की मशहूर एक्ट्रेस हेली शाह, डॉ शिल्पी गंग, निधि गुप्ता को सम्मान प्रदान किया गया। सम्मान प्राप्त करने के बाद विशिष्टजनों ने एक स्वर में यही कहा कि सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ते हुए उन्हें सम्मान तो उन्हें बहुत मिले हैं लेकिन काशी जैसी नगरी में सम्मान मिलना बड़ी बात है।
मुख्य अतिथि असम एवं मणिपुर के राज्यपाल श्री लक्ष्मण आचार्य ने यह सम्मान प्रदान करते हुए कहा कि उनके लिए यह काफी गौरव का क्षण है, है, वे अपने भारत देश की ऐसी विभूतियों को सम्मान प्रदान कर रहे हैं जिन्होंने इस देश में न सिर्फ अपने हुनर को एक मुकाम तक पहुंचाया बल्कि यह भी सिद्ध किया कि दृढ़ निश्चय के साथ यदि कोई कार्य किया जाये तो मंजिल अवश्य मिलती हैं। कहा कि निश्चत तौर पर सभी लोगों के साथ खास तौर से युवा पीढ़ी इनसे प्रेरणा जरूर लेगी। विशिष्ट अतिथि उत्तर प्रदेश के स्टांप न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल व पूर्व यूनियन स्टेट मिनिस्टर अश्वनी चौबे ने भी इस मौके पर विचार रखते हुए कहा कि इन हस्तियों ने न सिर्फ अपनी बल्कि भारत की पहचान देश में ही नहीं बल्कि विश्व में एक मुकाम तक पहुंचायी। आयोजन से जुड़े काशी वैश्विक फाउण्डेशन के संस्थापक अजय जायसवाल ने कहा कि हम प्रतिवर्ष देश की प्रतिभाओं का सम्मान करते हैं इस क्रम में इस वर्ष ऐसे शानदार व्यक्तित्व को इस सम्मान के लिए चुना गया है।
जिन्होंने अपनी अद्भुत और उत्कृष्ट हुनर व प्रतिभा के बूते में न सिर्फ कामयाबी भरा सफर तय किया बल्कि, दूसरों को लिए रोल मॉडल भी बने। समारोह में काशी वैश्विक फाउण्डेशन के संस्थापक अजय जायसवाल के साथ नीरज पारिख, नमित पारिख, अलगोल फिल्म से उदय राव के साथ कई अतिथिगण मौजूद रहे। पूरे आयोजन को डायरेक्ट किया स्वप्नील जयसवाल ने और संचालन अंकिता खत्री ने किया।
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