श्रीराम जन्मभूमि के महानायक अशोक सिंघल की जयंती धर्म जागरण न्यास एवं वेद शिक्षा मन्दिर ने धूमधाम से मनाई
वाराणसी। दिनांक 28 सितम्बर, काशी विश्व हिन्दू परिषद, धर्म जागरण न्यास एवं वेद शिक्षा मन्दिर द्वारा शुक्रवार को गोलघर सिथत पराड़कर स्मृति भवन सभागार में श्रीराम जन्मभूमि के महानायक अशोक सिंघल की जयंती धूमधाम से मनाई गयी। कार्यक्रम की शुभारंभ अतिथियों द्वारा अशोक सिंघल के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीपदान से हुई।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा वेद भगवान का पूजन एवं अशोक सिंघल की अन्तिम इच्छा घर-घर पहुँचे वैदिक शिक्षा को साकार करने की दिशा में प्रयत्नशील स्वर्णकार क्षत्रिय कमेटी के अध्यक्ष एवं प्रमुख समाजसेवी कमल कुमार सिंह को "वेद सेवक सम्मान" से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री हनुमान मन्दिर, ऋषिकेश के महन्त महामण्डलेश्वर रामेश्वर दास श्रीवैष्णव ने अपने कहा कि अशोक सिंघल बचपन से ही धर्म योद्धा थे।
विद्यार्थी जीवन में काशी की गलियों में वेद ध्वनि सुना करते थे, जो लुप्तप्राय होने लगी,इस बात की चिन्ता उन्हें सताने लगी और सन् 1983 में काशी को पुनः वेद नगरी की प्रतिष्ठा दिलानें के लिए गायघाट के डालमिया भवन में वेद शिक्षा मन्दिर की स्थापना की। उनके संकल्पों का परिणाम है कि आज 5000 से ज्यादा वेद पाठी और 200 से ज्यादा एकल एवं सामूहिम वेद विद्यालय काशी में है। आज महापुरूष के जन्मदिवस पर काशी को पुनः वेद नगरी बनाने का हमें संकल्प लेना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि शहर दक्षिणी के विधायक डॉ नीलकण्ठ तिवारी ने कहा कि सिद्धपीठ श्री नृसिंह मठ से अशोक सिंघल का गहरा सम्बन्ध रहा है। वे सदैव काशी आने पर यहाँ अवश्य आते थे उनका जीवन धर्म योद्धा के रूप में रहा है, एक तरफ श्रीराम जन्म भूमि आन्दोलन में महानायक की भूमिका और दूसरी तरफ वेद के आधार पर भारत माँ को विश्व गुरु बनाने का संकल्प। ऐसे महापुरुष का जन्मदिवस सम्पूर्ण हिन्दू समाज के लिए प्रेरणा दिवस के रूप में है।
कार्यक्रम का संचालन रविशंकर सिंह एवं धन्यवाद प्रकाश श्यामसुन्दर सिंह ने किया।
इस अवसर पर मुख्य रूप से कन्हैया सिंह, विजय चौधरी, राजेश कुमार सिंह, सुरेश जायसवाल, विकास मेहरा, विपुल गुजराती, शिवप्रकाश गुप्ता, परशुराम उपाध्याय, राष्ट्रवादी सौरभ, दिनेश भारद्वाज, समर्थ केशरी, शिवचरण अग्रवाल, आकाश शर्मा, डॉ कैलाश सिंह विकास, कृष्ण कुमार सेठ सहित सैकड़ों गणमान्य लोग उपस्थित थे।