धार्मिक भावनाओं को आहत करने पर अब्दुल्ला खान का बयान, यति नरसिंहानंद के खिलाफ कार्रवाई की मांग

वाराणसी। अब्दुल्ला खान ने पितरकुंडा स्थित अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में यति नरसिंहानंद द्वारा की गई पैगंबर मोहम्मद साहब की कथित अपमानजनक टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से नरसिंहानंद को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। खान ने कहा कि सभी धर्मों का आपसी सम्मान जरूरी है और धार्मिक उकसावे से देश की एकता और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे और सौहार्द को बनाए रखने की अपील भी की।
बताते चले की कुछ दिनों पहले यति नरसिंहानंद ने हमारे पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो ताअला अलैहि वसल्लम की शान में बड़ी गुस्ताखी की है। इसको लेकर पूरी दुनिया के सभी मुसलमानो में काफी आक्रोश व्याप्त है। इसी मुद्दे को लेकर अब्दुल्ला खान ने पितरकुंडा स्थित अपने निवास स्थान पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सबसे पहले हम सभी लोग हिंदुस्तान में पैदा हुए हैं और यह मुल्क हमारा है देश हमारा है और इस देश की अच्छाई के लिए इसके विकास के लिए हम सभी लोग चाहेंगे कि हमारा देश आगे बढ़े।
चाहे वो हिंदू धर्म हो सिख धर्म हो ईसाई धर्म हो इस्लाम धर्म हो सभी धर्म एक बराबर हैं और हमारे धर्म में भी यह बताया गया है की आप दूसरे के धर्मो की रिस्पेक्ट करिए। और यहां तक कि हमारे धर्म में यह भी बताया गया है कि सिर्फ इस्लाम धर्म में ही पैगंबर पैदा नहीं हुए। मैसेंजर सिर्फ इस्लाम में ही पैदा नहीं हुए हैं बल्कि मैसेंजर दूसरे धर्मो में भी पैदा हुए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि आपने देखा होगा एक भी मुसलमान किसी भी धर्म को लेकर कभी भी ऐतराज नहीं करता है। दुख वहां होता है यति नरसिंहानंद जैसे लोग हमारे धर्म के ऊपर उंगली उठाते हैं हमारे इस्लाम के अंदर जो सबसे बड़े प्रॉफिट है वो मोहम्मद साहब लेकिन आज उनके ऊपर उंगली उठाना और उनको अब्द शब्द का इस्तेमाल करना मैं समझता हूं की पूरी दुनिया का मुसलमान लगभग ढाई सौ करोड़ इस बात को लेकर काफी नाराज है।
उन्होंने आगे बताया कि चाहे प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी हो चाहे देश के प्रधानमंत्री मोदी हो ऐसे लोगों पर लगाम लगाना चाहिए। पूरे इंटरनेशनल लेवल पर इसका असर क्या पड़ रहा होगा उनके बोलने से केवल इसीलिए जो हमारे अंतरराष्ट्रीय संबंध हैं वह कभी टूटने नहीं चाहिए खत्म नहीं होना चाहिए कमजोर नहीं पड़ना चाहिए। और हमारा जो भाईचारा हिंदू मुसलमान का है वह खत्म नहीं होना चाहिए और हिंदू मुसलमान की जो मोहब्बत है वह कभी खत्म नहीं हो सकती है।