मजलिस को खिताब करते हुए अब्बास मुर्तजा शम्सी ने मौला अब्बास की शहादत का किया बयान
वाराणसी। चाहमाहमा स्थित ख्वाजा नब्बू साहब के इमामबाड़े से कदीम आठवीं मोहर्रम का तुर्बत व अलम का जुलूस अपनी पुरानी परंपराओं के अनुसार कार्यक्रम संयोजक सैयद मुनाज़िर हुसैन मंजू के ज़ेरे एहतमाम उठा। जुलूस उठने से पूर्व मजलिस को खिताब करते हुए अब्बास मूर्तज़ा शम्सी ने मौला अब्बास की शहादत बयान किया। जुलूस उठने पर लियाकत अली खां व उनके साथियों ने सवारी शुरू की जब हाथ कलम हो गए सक्काए हरम के और अर्शे बरी हिल गया गिरने से अलम के जुलूस चाहमामा होते हुए दालमंडी स्थित हकीम साहब के अज़ाख़ाने पर पहुँचा जहां से अंजुमन हैदरी चौक बनारस ने नौहाख्वानी शुरू की अब्बास क्या तराइ में सोते हो चैन से" जिसमें शराफत हुसैन लियाकत अली खां साहब ज़ैदी शफाअत हुसैन शोफी मज़ाहिर हुसैन राजा व शानू ने नौहाख्वानी की l
जुलूस दालमंडी खजुर वाली मस्जिद नई सड़क फाटक शेख सलीम काली महल पितरकुंड मुस्लिम स्कुल होते हुए लल्लापूरा स्थित फ़ातमान पहुँचा। पूरे रास्ते उस्ताद फतेह अली खां व उनके साथियों ने शहनाई पर आंसुओं का नज़राना पेश किया। फ़ातमान से जुलूस पुनः वापस मुस्लिम स्कुल लाहंगपूरा रांगे की ताज़िया औरंगाबाद नई सड़क कपड़ा मंडी कोदई चौकी सर्राफा बाजार टेढ़ी नीम बांस फाटक कोतवालपूरा कुंजीगरटोला चौक दालमंडी चाहमामा होते हुए इमामबाङे में समाप्त हुआ। कार्यक्रम संयोजक सैयद मुनाज़िर हुसैन मंजू रहे।