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वाराणसी पुलिस ने दो करोड़ की ठगी मामले का किया खुलासा, फिल्मी अंदाज में देते थे वारदात को अंजाम

Varanasi Police disclosed the cheating case of two crores, used to execute the crime in a filmy style

वाराणसी। एक रेशम फर्म के प्रबंधक के साथ दो करोड़ रुपये की ठगी करने का मामला प्रकाश में आया था । टैक्स में छूट दिलाने के नाम पर दो ठगों ने झांसा देकर घटना को अंजाम दिया था। जिसका वाराणसी पुलिस ने खुलासा कर दिया है। मामले में चार अंतरराज्यीय बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है। उनके कब्जे से एक करोड़ 87 लाख नकद, सात मोबाइल, विभिन्न बैंकों के 8 एटीएम कार्ड व अन्य आईडेंटिटी कार्ड बरामद हुए। 

 

बदमाशों ने अत्यंत शातिराना (फिल्मी) अंदाज में वारदात को अंजाम देते थे। वारदात को अंजाम देने वालों में से तीन की गिरफ्तारी मुंबई से और एक अपराधी की गिरफ्तारी दिल्ली एनसीआर से की गई है। चारों से पूछताछ कर आज उन्हें कोर्ट में पेश कर जेल भेजा जाएगा।

 

 

हरियाणा के हिसार थाना अंतगर्त खंजायीचान  निवासी पंकज भारद्वाज (37)  पुत्र शशिकांत शर्मा, नई दिल्ली के करोलबाग टैंक रोड निवासी रोहन खिची (27) पुत्र भगवान सिंह, नई दिल्ली के मलिकागंज सब्जी मंडी निवासी तरुण गौतम (36) पुत्र हीरा चंद और  नई दिल्ली के दशरथपुरी द्वारिका निवासी सचिन शर्मा(40) को गिरफ्तार किया गया। सचिन शर्मा मूल रूप से नगीना बाग, अजमेर (राजस्थान) का निवासी है। 

 

बंगलूरू की एक रेशम फर्म का ऑफिस मलदहिया में है। अकथा चौराहा निवासी अंकित शुक्ला वहां मैनेजर है। उसी ऑफिस में अंकित का साला अश्वनी भी काम करता है।अंकित शुक्ला ने तहरीर में बताया था कि अश्वनी की मुलाकात कुछ दिन पूर्व अभिषेक और यश नाम के व्यक्तियों से हुई थी।

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जाने क्या है पूरा मामला

 

बंगलूरू की एक रेशम फर्म का ऑफिस मलदहिया में है। अकथा चौराहा निवासी अंकित शुक्ला वहां मैनेजर है। उसी ऑफिस में अंकित का साला अश्वनी भी काम करता है।  अंकित शुक्ला ने तहरीर में बताया था कि अश्वनी की मुलाकात कुछ दिन पूर्व अभिषेक और यश नाम के व्यक्तियों से हुई थी।

दोनों ने अश्वनी को बताया था कि उनके अकाउंट संबंधी समस्याओं के समाधान की फर्म है और एक प्रतिशत कमीशन में हम टैक्स पर बड़ी भारी राहत दिलाते हैं। जिस पर अश्वनी ने उन दोनों की मुलाकात हमसे करवाई और हमने दो करोड़ पर टैक्स की छूट की बात की थी।



अंकित ने बताया कि इसके बाद अपने साले अश्वनी के साथ 20 अप्रैल को अभिषेक और यश के ऑफिस में पहुंचा तो वहां दो बाउंसर संदीप और सोनू भी मिले। अभिषेक और यश ने बताया कि संदीप और सोनू को पैसा गिनने के लिए बुलाया गया है। इसके बाद पहले कमरे में अंकित, अश्वनी, यश और सोनू बैठ गए।

 

ठगों के इस शातिर गिरोह को पकड़ने वाली पुलिस टीम -Insp अंजनी पांडे, SI राज कुमार पांडे, SI सूरज तिवारी सहित पूरी टीम को ACS Home द्वारा 1 लाख रुपए के पुरुस्कार देने की घोषणा की गई ।

 

 

 

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