
वाराणसी। काशी तमिल संगमम में भाग लेने शनिवार की दोपहर प्रधानमंत्री नये लुक में पहुंचे। प्रधानमंत्री के कभी सेना की टोपी, पंजाब की पगड़ी तो कभी हैट लगाए तस्वीरें दिखती रहती हैं।
लेकिन इस बार प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु की वेष भूषा में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बने हेलीपैड पर पहुंचे।
प्रधानमंत्री का प्लेन बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई हड्डे पर उतरने से पहले तमाम मंत्री, विधायक और पार्टी के नेता उनकी आगवानी के लिए पहले से मौजूद रहे।
लेकिन जैसे ही प्लेन से पीएम बाहर आए तो तमिलनाडु की पारम्परिक वेषभूषा में दिखे। गौरतलब है कि तमिलनाडु में पुरुष शर्ट के साथ लुंगी या धोती जैसे पारंपरिक परिधान पहनते हैं।
इसके अलावा महिलाएं पारंपरिक साड़ी और ब्लाउज में खुद को सजाती हैं। तमिलनाडु की पारंपरिक पोशाक में उनकी पोशाक सामग्री के भीतर एक निश्चित आभा होती है जिसमें जरी का काम महिलाओं और पुरुषों में सफेद धोती के बीच होता है।
काशी तमिल संगमम में भाग लेने शनिवार की दोपहर प्रधानमंत्री तमिल लुक में पहुंचे। प्रधानमंत्री ने तमिलनाडु की वेष भूषा में काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बने हेलीपैड पर पहुंचे।प्रधानमंत्री का प्लेन उतरने से पहले तमाम मंत्री, विधायक और पार्टी के नेता उनकी आगवानी के लिए मौजूद रहे । लेकिन जैसे ही प्लेन से पीएम बाहर आए तो तमिलनाडु की पारम्परिक वेषभूषा में दिखे।
तमिलनाडु में पुरुष शर्ट के साथ लुंगी या धोती जैसे पारंपरिक परिधान पहनते हैं।इसके अलावा महिलाएं पारंपरिक साड़ी और ब्लाउज में खुद को सजाती हैं। तमिलनाडु की पारंपरिक पोशाक में उनकी पोशाक सामग्री के भीतर एक निश्चित आभा होती है जिसमें जरी का काम महिलाओं और पुरुषों में सफेद धोती के बीच होता है।
प्रधानमंत्री के आने के पहले कार्यक्रम स्थल की तरफ जाने वाले मार्ग पर बैरिकेडिंग कर आवागमन को रोक दिया। बीएचयू परिसर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर छात्रावास के बाहर पुलिस के जवान तैनात रहे।