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युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

वाराणसी। आज दिनांक 23 सितम्बर, 2022 को क्लाइमेट एजेंडा द्वारा युवाओं के नेतृत्व में असि घाट पर क्लाइमेट स्ट्राइक का आयोजन किया गया और हस्ताक्षर अभियान के माध्यम से काशीवासियों को बढ़ते जलवायु परिवर्तन के खतरों कर प्रति आगाह करने के साथ समाधान पर चर्चा भी की गयी। इस मौके पर प्रेरणा कला मंच की टीम ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को जागरूक किया।

युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि दुनियाभर में जलवायु परिवर्तन को एक ज्वलंत मुद्दे के रूप में उभारने में ग्रेटा थनबर्ग का नाम प्रसिद्ध है। ग्रेटा द्वारा स्वीडन में "फ्राइडेस फ़ॉर फ्यूचर"  की प्रेरणा से पूरी दुनिया समेत भारत के अलग अलग राज्यों में आज का दिन क्लाइमेट एक्शन के लिए ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक की जा रही।

युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

आज भारत के उत्तर पूर्वी, उत्तर भारत और पड़ोसी मुल्कों के कई इलाकों में भारी वर्षा के कारण बाढ़ से प्रभावित हुए और भयंकर रूप से जान माल की हानि हो रही है और हज़ारों लोगों को पलायन करना पड़ रहा है। यह सब जलवायु परिवर्तन के नतीजे हैं जो समय समय हमें संभलने की चेतावनी देते हैं।

इस चेतवानी को गंभीरता से लेना व्यक्तिगत और सामूहिक रूप से सभी ज़िम्मेदारी तो है ही लेकिन इसमें सरकार की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है कि वो जीवाश्म ईंधन में मुनाफ़े के बजाय आम जन के जीवन और पर्यावरण सुरक्षा को महत्व दें।

युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

क्लाइमेट एजेंडा की डायरेक्टर एकता शेखर ने बताया कि आज जिस तरह से जलवायु परिवर्तन हो रहे हैं। उससे न केवल लोगों के जीवन और गुणवत्ता को खतरा है। साथ ही आम जनता की आमदनी पर भी इन परिवर्तनों का भारी असर पड़ेगा।

वैश्विक अर्थव्यवस्था पर जलवायु परिवर्तन के पड़ने वाले प्रभाव को लेकर जारी अंतरराष्ट्रीय रेटिंग फर्म एसएंडपी ग्लोबल की नई रिपोर्ट बताती है कि हम जलवायु परिवर्तन को गंभीरता से नहीं लेंगे तो अगले 28 वर्षों में भारत की जीडीपी में 15 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है और 62 फीसदी कृषि पर पानी की कमी का असर पड़ सकता है।

इस प्रकार जलवायु परिवर्तन का ख़तरा मानव स्वास्थ्य और जीवन के हर पहलू पर असर डालती है। इसलिए सरकार को केवल नई नई घोषणा और वायदे करने के बजाए एक्शन पर आना चाहिए और देश भर में जीवाश्म ईंधन समेत पर्यावरण पर हावी होने वाले सभी हानिकारक स्त्रोतों पर तत्काल प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। और पर्यावरण अनुकूल समाधानों- सौर ऊर्जा, स्वच्छ यातायात, वैज्ञानिक कचरा निस्तारण व्यवस्था और हरित क्षेत्रों में बढ़ोतरी करनी चाहिये।

युवाओं के नेतृत्व में ग्लोबल क्लाइमेट स्ट्राइक का हुआ आयोजन

आज इस क्लाइमेट स्ट्राइक में प्रमुख रूप सेअर्चना, साधना, प्रियांशी, सोनल, निम्मी, रिशिका, सैलजा, वैष्णवी, अनुष्का, गितांजलि, स्वाति, कविता, आकांक्षा, नंदिनी, ऋतु राज, निभा कुमारी, ड्यूटी बिस्वास,प्रकृति सिंह, प्रज्ञा मिश्रा, दिव्या भारती ,श्रिया मिश्रा, अमृता अंशिका, रीमा,  पूजा गोंड, सोनाली, सुधा पांडे ,क्षमा ,महिमा,  अनीता, अंजली साहू, महिमा, पूजा, अंकिता, प्रिया गर्ग, प्रेरणा, श्रुति, रिया, अनामिका, संध्या, अर्चना, साधना, प्रियांशी, सोनल, निम्मी, रिशिका, सैलजा, वैष्णवी, अनुष्का, गितांजलि, स्वाति आदि  समेत सैकड़ों लोग शामिल हुए।
 

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