बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में गंगा जनभागीदारी सम्मेलन का आयोजन

वाराणसी। नमामि गंगे के अन्तर्गत गंगा नदी के हितधारकों के लिए समहित क्षमता निर्माण कार्यक्रम के तहत गंगा जन भागीदारी सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारतीय लोक प्रशासन संस्थान (आईआईपीए), नई दिल्ली और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (एनएमसीजी) के संयुक्त प्रयासों और विजन के साथ पर्यावरण एवं धारणीय विकास संस्थान (आईईएसडी), बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी के सहयोग से गंगा कायाकल्प और क्षमता विकास के सामान्य लक्ष्य की दिशा में ज्ञान को सफलतापूर्वक प्रसारित करने और कार्यक्रम के हितधारकों को सक्रिय करने के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम 17 सितम्बर, 2022 को संगोष्ठी परिसर, विज्ञान संस्थान, बीएचयू में हुआ। सम्मानित गणमान्य व्यक्तियों की अध्यक्षता में, अशोक कुमार, महानिदेशक, एनएमसीजी, सुरेंद्र नाथ त्रिपाठी, महानिदेशक, आईआईपीए, प्रो. अखिलेश सिंह रघुबंशी, निदेशक, आईईएसडी, बीएचयू, प्रो. वी.के. शर्मा और डॉ श्यामली सिंह, फैकल्टी, आईआईपीए एवं प्रो0 विरेन्द्र कुमार मिश्रा, आईईएसडी रहे।
इस आयोजन के हितधारक मास्टर ट्रेनर, विद्वान, स्कूली छात्र और बीएचयू के कर्मचारी थे। ऑनलाइन मोड के माध्यम से अखिल भारतीय स्थानों के 50 स्कूलों और वाराणसी के माध्यम से ऑफ़लाइन मोड के 300 छात्रों की उपस्थिति हुई एवं 7,500 लोगों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज की गयी। हमारे प्राचीन प्राकृतिक संसाधनों, विशेष रूप से गंगा नदी को बचाने के लिए युवाओं और मास्टर प्रशिक्षकों के बीच जागरूकता पैदा करने और उनके आसपास के समुदाय को इस उद्देश्य में शामिल होने के लिए प्रचार करने पर मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित किया गया।
आईआईपीए ने दो उल्लेखनीय वर्षों (2020-2022) की अवधि में कई प्रशिक्षण सत्र और प्रतियोगिताएं आयोजित कीं, जिनके मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया। आईआईपीए की टीम ने छात्रों को उनके ज्ञान को उजागर करने के लिए विचार-मंथन और खेलों के माध्यम से एक इंटरैक्टिव गतिविधियों के सत्र को भी शामिल किया।