BHU Convocation 2022: बीएचयू में पूर्व में पास हुए छात्रों का दीक्षांत समारोह ना होने से नाराज छात्रों ने जमकर किया विरोध प्रदर्शन

वाराणसी। आज काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों ने दीक्षांत समारोह में पूर्व में पास हुए छात्रों को सम्मिलित न किए जाने से नाराज होकर बीएचयू केंद्रीय कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी और विरोध किया। विरोध कर रहे छात्रों ने ज्ञापन देते हुए कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में इस वर्ष दिसंबर के मध्य में 102वां दीक्षांत समारोह होना है।
विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेना हर एक छात्र छात्रा का सबसे यादगार पल होता है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन के नोटिस की अनुसार 2019-20 और 2020-21 में पास होने वाले छात्र-छात्राओं को दीक्षांत समारोह के माध्यम से उपाधि नही देने की बात सामने आयी है। जो हम सभी के साथ स्पष्ट रूप से एक भेदभाव व तानाशाही पूर्ण रवैया दर्शाता है।
पुरातन छात्र-छात्राएं विश्वविद्यालय का गौरव होते हैं और हम सभी हर संभव विश्वविद्यालय के नाम को और प्रसिद्धि की ओर ले जाना चाहते हैं।
अतः महोदय हमारी मांग है कि विश्वविद्यालय की परंपरा के अनुसार 2019-20 और 2020-21 में पास होने वाले सभी छात्र-छात्राओं को भी दीक्षांत समारोह के माध्यम से उपाधि दी जाये व हमारे इस विषय को संज्ञान में लेते हुए जल्द से जल्द एक आधिकारिक नोटिस जारी कर सूचना विश्वविद्यालय स्तर पर प्रेषित की जाए।
हमें आशा है कि हमारी मांग विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द पूरी करेगा, जो विश्वविद्यालय के लिए भी गौरव की बात है हम सभी छात्र-छात्राएं लोकतांत्रिक व्यवस्था पर विश्वास रखते हैं, मांग पूरी न होने पर हम अपने अधिकारों के अनुसार आंदोलन व गतिविधियों के लिए बाध्य होंगे। जिसका जिम्मेदार विश्वविद्यालय प्रशासन होगा।
वाराणसी में एक बार फिर गंगा का जल स्तर बढ़ने से नावों का संचालन बंद, लोगों में देव दीपावली मनाने को लेकर संशय
वाराणसी। गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पिछले 24 घंटे में लगभग एक मीटर पानी बढ़ा है। वहीं धारा में काफी वेग है। इसको देखते हुए एहतियात के तौर पर नावों का संचालन बंद कर दिया गया है।
जल पुलिस ने नाविकों से गंगा से नाव वापस ले आने की अपील की है।
पर्वतीय इलाके व पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की वजह से गंगा में पानी बढ़ रहा है। बुधवार से ही जलस्तर में वृद्धि हो रही है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में लगभग एक मीटर पानी बढ़ा है।
गुरुवार की सुबह जलस्तर 66.46 मीटर रिकार्ड किया गया, जो बुधवार की सुबह 65.48 मीटर तक था। जलस्तर बढ़ने से घाटों की कुछ सीढ़ियां डूबने लगी हैं। वहीं रेता पर पानी चढ़ने से देव दीपावली की तैयारियां भी प्रभावित हुई हैं।
गंगा के जलस्तर में वृद्धि को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है। सभी प्रकार की नावों का संचालन फिलहाल रोक दिया गया है।
जल पुलिस प्रभारी ने नाविकों से अपील की है कि वे अपनी नावों को वापस ले आएं। प्रशासन की ओर से निगरानी की जा रही है।