वाराणसी में हर्षो उल्लास एवं वैभव के साथ 27 वर्ष पुरानी सहस्रबाहु जन्मोत्सव शोभायात्रा का आयोजन संपन्न
वाराणसी। प्रदेश प्रवक्ता प्रकाश जायसवाल ने कहा कि हैहयवंशीय कल्चुरी कलाल जायसवाल समाज अपने कुल आराध्य राज राजेश्वर कार्त्यवीर सहस्रबाहू भगवान श्री अर्जुन की जयंती कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की सप्तमी को सहस्रबाहु जयंती के रूप में पूर्ण भव्यता के साथ मनाता है जिसका मुख्य उद्देश्य स्वधर्म की रक्षा एवं स्वजातीय सामाजिक पहचान और पौराणिक तथा ऐतिहासिक गौरव की पुनर्स्थापना है। क्लब के संस्थापक एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज जायसवाल के नेतृत्व में वाराणसी महानगर के ऐतिहासिक भरत मिलाप स्थल नाटी इमली 12:00 आरम्भ हुई। यात्रा की समाप्ति होते होते कारवां में लगभग 2700 से 3000 स्वजातीय शामिल हो गए। भव्य शोभायात्रा भरत मिलाप स्थल से आरंभ होकर राणी सती मंदिर जगतगंज लहुराबीर चेतगंज नई सड़क गिरिजाघर गोदौलिया चौक मैदागिन लोहटिया कबीरचौरा पिपलानी कटरा होते हुए कसेरा भवन चिंतामणि बाग रामकटोरा में समाप्त होगी।
यात्रा में 12 हरित ऊर्जा चलित वाहनों पर मनमोहक झांकियां प्रदर्शित की गई। एक वाहन पर सहस्रबाहु और रावण युद्ध के उस प्रकरण का अभिनेताओं द्वारा जीवंत चित्रण प्रदर्शित किया गए जिस युद्ध में सहस्रबाहु ने रावण को बंदी बनाकर अपने महल में छ: महीने तक 21 दीपक जलवाए। एक वाहन थी मां पार्वती और राधा कृष्ण की झांकी का जीवंत चित्रण प्रदर्शित किया गया। एक अन्य वाहन पर सहस्रबाहु का वंदनगान की लय पद आठ बालक और बालिकाओं ने पारंपरिक सामूहिक नृत्य का प्रदर्शन किया। वाराणसी की प्रसिद्धि दिलाने वाले 11 डमरू वादकों का दल बैंड बाजा और नर्तकों का दल स्वजातीय समाज द्वारा आच्छादित 1 किमी लंबे समूह के बीच चल रहा था। आसपास के 50 नगरों से पहुंचे स्वजातीय समाज के सदस्यों ने 1 किमी लंबी मानव श्रृंखला बनकर शोभायात्रा को और भी ज्यादा भव्य बना दिया।अधिसंख्य उपस्थिति स्वजातीय महिलाओं की होगी जो पारंपरिक परिवेश में मस्तक पर पवित्र घट धारण कर यात्रा में शामिल होती है।
शोभायात्रा समापन चिंतामणि वाटिका स्थित कसेरा भवन में हुआ। समापन समारोह में जायसवाल क्लब के मुख्य संरक्षक एवं मुख्य अतिथि के रूप में रवींद्र जायसवाल राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार उत्तर प्रदेश शासन ने स्वयं अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए सहस्रबाहु की पूजा अर्चना और आरती संपन्न की। तत्पश्चात कसेरा भवन प्रांगण में सास बहू के मंदिर में स्थित सहस्रबाहु की प्रतिमा का भव्य श्रृंगार हुआ और हवन पूजन के साथ चिंतामणि बाग स्थित मंदिर स्वजातीय समाज के कुल आराध्य सहस्रबाहु की मूर्ति के समक्ष हवन पूजन करते हुए प्रसाद का वितरण किया गया। यात्रा समापन के बाद सुरुचि पूर्ण सामाजिक भोज का सभी उपस्थित बंधुओ और बहनों ने भरपूर आनंद उठाया।
इस शोभायात्रा की भव्यता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इसमें वाराणसी के अतिरिक्त आसपास के 50 से ज्यादा नगरों से स्वजातीय समाज के लोग अपनी सहभागिता दर्ज करवा रहे है साथ ही प्रदेश स्तर से अन्य राज्यो विशेषकर तमिलनाडु तेलंगाना कर्नाटक और केरल जैसे सुदूर दक्षिण राज्य से भी विशिष्ट स्वजातीय अतिथि उपस्थित रहे संस्थापक अध्यक्ष मनोज जायसवाल नंदलाल जायसवाल अजय जायसवाल रविंद्र जायसवाल संजय गुप्ता राजकुमार गुप्ता प्रीति जायसवाल नंदलाल प्रेम नारायण जायसवाल सीए ब्रजेश जायसवाल भानु संजय गुप्ता अजय भरत कमलेश दीपक राजेश रमेश हाइडिल अरविंद जीत चन्द्र प्रति माला राजकुमार गुप्ता अजय वरुणा अमित जैतपुरा एवं हजारों की संख्या में लोग उपस्थित रहे।