25 होटल अवैध तरीके से संचालित, प्रशासन बेपरवाह: अमिताभ ठाकुर ने वाराणसी के डीएम और पुलिस कमिश्नर से कहा- रिपोर्ट के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं

वाराणसी में अवैध तरीके से संचालित गेस्ट हाउस, होटल और लॉज को लेकर अधिकार सेना के संयोजक पूर्व IPS अमिताभ ठाकुर ने डीएम और पुलिस कमिश्नर से कार्रवाई की मांग की है।
उन्होंने कहा है कि वर्ष 2020 में पुलिस द्वारा दी गई रिपोर्ट पर जिला प्रशासन ने आखिरकार कार्रवाई क्यों नहीं की। लखनऊ के लेवाना अग्निकांड से सीख लेते हुए पुलिस और प्रशासन अवैध तरीके से संचालित गेस्ट हाउस, होटल और लॉज पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई करते हुए उन्हें बंद कराए।
नवंबर 2020 में पुलिस ने भेजी थी रिपोर्ट
वाराणसी के डीएम और पुलिस कमिश्नर को भेजे गए शिकायती पत्र में अमिताभ ठाकुर ने कहा है कि उन्हें अधिकार सेना के स्थानीय कार्यकर्ताओं ने सूचना दी है। बताया है कि वाराणसी में तमाम गेस्ट हाउस, होटल और लॉज अवैध तरीके से चल रहे हैं।
उनके संबंध में पूर्व में सीओ कैंट ने 16 जनवरी 2021 को एक रिपोर्ट जिला प्रशासन को भेजी थी। उस रिपोर्ट में तत्कालीन कैंट रोडवेज चौकी इंचार्ज मिर्जा रिजवान बेग की 22 नवंबर 2020 की रिपोर्ट का उल्लेख है।
कैंट रोडवेज चौकी प्रभारी की रिपोर्ट में द्वारिका पैलेस, होटल देवांश इन, होटल लक्ष्मी नारायण लंका, होटल विनायक पैलेस, होटल शिवप्रताप, होटल रॉयल गेस्ट हाउस, होटल सर्वमंगला गेस्ट हाउस, होटल वशिष्ठ गेस्ट हाउस, होटल सागर गेस्ट हाउस, होटल संदीप गेस्ट हाउस, संगम गेस्ट हाउस, उषा पेइंग गेस्ट हाउस, लक्ष्मी गेस्ट हाउस,
जनता गेस्ट हाउस, शिवशक्ति पेइंग गेस्ट हाउस, स्वागत गेस्ट हाउस, बुद्धा गार्डन, साक्षी गेस्ट हाउस, पार्थ गेस्ट हाउस, अर्जुन गेस्ट हाउस, सिद्धि गेस्ट हाउस, यादव गेस्ट हाउस, होटल ब्लू डायमंड और सुयोग गेस्ट हाउस के खिलाफ गंभीर तथ्य अंकित किए गए थे। रिपोर्ट में लिखा गया था कि यह सब होटल और गेस्ट हाउस बिना लाइसेंस के अवैध रूप से संचालित हो रहे हैं।
रिपोर्ट एक एडीएम के पास पड़ी है
अमिताभ ठाकुर ने कहा कि दरोगा मिर्जा रिजवान बेग की रिपोर्ट 22 नवंबर 2020 को ही वाराणसी के डीएम को भेजी गई थी। इसके बावजूद वह रिपोर्ट एक लंबे समय से जानबूझकर एक एडीएम के पास पड़ी हुई है। यह एक गंभीर मामला है। वाराणसी के पुलिस और प्रशासन के आला अफसर उस रिपोर्ट का संज्ञान लेकर प्रभावी तरीके से कार्रवाई कराएं।