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वाराणसी: बरेका में 52 वें राष्‍ट्रीय संरक्षा सप्ताह के अंतर्गत संरक्षा संदेश के माध्यम से अग्नि सुरक्षा हेतु जागरूकता अभियान

Varanasi: Awareness campaign for fire safety through safety message under 52nd National Safety Week at Bareka

रेल मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार बनारस रेल इंजन कारखाना में दिनांक 04 से 10 मार्च तक राष्ट्रीय संरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है ।

बरेका में मुख्य संरक्षा अधिकारी श्री एस. बी. पटेल के नेतृत्व में 52वें राष्‍ट्रीय संरक्षा सप्‍ताह के अंतर्गत कार्यक्रमों की श्रृंखला में बरेका में बच्चों में संरक्षा जागरूकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।

पेंटिंग प्रतियोगिता में बच्चों ने संरक्षा व सुरक्षा के प्रति अपने मनोभाव को सुंदर चित्रों के माध्यम से उकेरा । उक्त पेंटिंग प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया । 


बरेका संरक्षा विभाग द्वारा आयोजित एक अन्य कार्यक्रम में आज संरक्षा संदेश के माध्यम से अग्नि से सुरक्षा के बारे में जनमानस को अवगत कराया गया एवं आगामी पर्व होली को सुरक्षित रूप से मनाने के लिए कर्मचारियों मे संरक्षा जागरूकता हेतु काउंसिलिंग भी  की गई ।

होली पर्व पर हानिकारक रसायन युक्त रंगों का प्रयोग ना करने की एवं जल के बिना जीवन संभव नहीं है , इसलिए पानी की अधिकतम बचत की सलाह दी गई ।

एक अन्य कार्यक्रम में प्रमुख मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. देवेश कुमार के नेतृत्व में बरेका केन्द्रीय चिकित्सालय की ओर से होली पर्व को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने हेतु एक गाइड्लाइन जारी की गई है ।

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जो निम्न प्रकार है – 

होली व स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय –

होली खुशियों का त्योहार है, इसलिए इसे सुरक्षित तरीके से मनाये, शराब व नशे का सेवन न करें।  होली के हुड़दंग में कुछ भी हो जाना असंभव नही है अतः निम्नलिखित पर अमल करें:
होली में आंखों की सुरक्षा कैसे करें:

(1) कोशिश करें कि होली सेलिब्रेशन के दौरान केमिकल वाले रंगों की जगह प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल करें।
(2) रंगीन पानी आपकी आंखों में जाने से रोकने के लिए अपने बालों को बांध लें या टोपी पहन लें।
(3) रंगों को आसानी से धोने के लिए अपनी आंखों के आसपास क्रीम या तेल लगाएं।
(4) अगर रंग गलती से आपकी आंखों में चला जाता है तो उन्हें सादे पानी से धोएं और कॉर्नियल घर्षण को रोकने के लिए अपनी आंखों को रगड़ें नहीं। 
(5) होली के उत्सव के दौरान कॉन्टेक्ट लेंस न पहनने की सलाह दी जाती है।



होली में नाक, कान व गले की सुरक्षा कैसे करें:

(1) प्रयास करें कि कोई भी रंग नाक, कान, मुंह व आख में न जाने पाए।
(2) नाक में रंग के चले जाने के बाद साबुन पानी से धो  सकते है। रंग से खेलने से पहले उसकी गुणवत्ता की जाँच कर लें ।
(3) रंग खेलते समय कान में कॉटन प्लग जो की वेसिलीन से युक्त हो पहन ले जिससे कान में रंग और गन्दा पानी नहीं जायेगा। कान में अगर रंग चला गया है तो साफ़ पानी से धो सकतें है, किसी तेल या केमिकल से न धोएं । 
(4) एलर्जी वाले मरीज होली में रंग खेलते समय अपनी स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखें ।


होली में त्वचा की सुरक्षा कैसे करें:


(1) बहुत गहरे रंगो के इस्तेमाल करने से बचने की कोशिश करें। इन्हें  स्वयं न खरीदें तथा दूसरों को न भी न खरीदने व न इस्तेमाल करने की सलाह दें। प्राकृतिक रंग बेहतर हैं।
(2) पूरी बांह (फुल स्लीव्स) के कपड़े पहनें।
(3) रंगों में भीगने से पहले पुरे शरीर पर तेल लगा लें, ऐसा ही बालों के लिए करें। बेहतर होगा नारियल तेल का प्रयोग करें ताकि त्वचा को नुकसान न हो।

दुर्घटना चोट से बचाव व फर्स्ट एड

1. होली में नशे का सेवन कर गाड़ी ना चलाए, दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती हैं।
2.चोट लगने पर रक्त स्राव को रोकने के लिये किसी कपड़े से दबाव डालकर बाँध दें तथा निकटवर्ती अस्पताल में संपर्क करे।
3. हड्डी टूटने की संदेह पर चोटिल अंग को हिलने से बचाने एवं दर्द कम करने के लिए फोर आर्म स्लिंग या तिकोना कपड़े से उसे बाँध दें फिर अस्पताल ले जाये।
4. दुर्घटना होने पर बेहोश व्यक्ति को सड़क के किनारे हटा कर लेटावें। रक्त या अन्य स्राव को भींगे कपड़े से पोछ कर श्वसन नली  जैसे नाक मुँह को अच्छी तरह साफ़ कर खुली हवा में लेटा दें, एंबुलेंस से संपर्क करे,बेहोश मरीज़ को अन्यत्र ट्रांसफर करते वक्त गर्दन तथा रीढ़ की हड्डी को पूरी तरह सपोर्ट करते हुए सीध में रखते हुए स्ट्रैचर पर रखें।
4. कभी कभी ज़्यादा गंभीर मरीज़ को मुंह से मुह कृत्रिम सांस भी देना पर सकता है।

अन्य सुरक्षा के उपाय

(1) बच्चों पर विशेष ध्यान दें, उनके रंग खेलते समय बड़े नजर रखें, उन्हें देर तक पानी या भीगे रंग में न रहने दें।
(2) होली खेलने के दौरान या बाद में यदि त्वचा, आंख आदि में जलन, खुजली या धुंधलापन हो या सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

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