फर्जी शिक्षकों से रिकवरी किया जाएगा वेतन - डीएम
गोरखपुर। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने गोरखपुर में फर्जी शिक्षकों नियुक्ति को गंभीरता दिखाते हुए फर्जी शिक्षकों द्वारा अर्जित किए हुए वेतन के रिकवरी करने का निर्देश दिया। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने जिलाधिकारी सभागार में बैठक करते हुए जनपद के समस्त खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देशित किया कि 5 मार्च 2020 को पहली फर्जी नियुक्ति का मुकदमा दर्ज किया गया था अब तक 92 शिक्षक फर्जी पाए गए हैं 84 के ऊपर मुकदमा जनपद के विभिन्न थानों में दर्ज किया जा चुका है इन 92 फर्जी नियुक्त शिक्षकों में 32 की जांच एसटीएफ को दिया गया था जिसमें 6 गैर जनपद आगरा के फर्जी शिक्षक पाए गए थे 24 गोरखपुर के फर्जी शिक्षक थे एसटीएफ ने अपना जांच दायरा आगे बढ़ाते हुए उत्तर प्रदेश के समस्त शिक्षक नियुक्त हुए शिक्षकों की जांच शुरू कर दी थी इन 92 शिक्षकों के अतिरिक्त एसटीएफ ने प्रदेश के अन्य जनपदों से 76 फर्जी शिक्षकों को उजागर करते हुए अपना रिपोर्ट प्रेषित किया था। जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने सख्त लहजे में निर्देशित किया है कि फर्जी शिक्षकों का चार्जसीट अति शीघ्र न्यायालय में प्रेषित किया जाए जिससे इन फर्जी शिक्षकों पर अग्रिम कार्रवाई करते हुए नियुक्ति के दौरान अर्जित किए हुए वेतन की रिकवरी की जा सके। जांच दायर और बढ़ाया जाएगा जिससे इसमें सम्मिलित फर्जी नियुक्ति में किन-किन का हाथ है उसे भी उजागर करते हुए मुकदमा पंजीकृत करते हुए जेल भेजने का कार्य किया जाएगा। पहला फर्जी नियुक्ति का मामला एक ही पैन कार्ड पर एक ही नाम के दो व्यक्ति नौकरी करने का कार्य करते थे ओरिजिनल व्यक्ति ने अपना आइटीआर जमा करने गया तब जाकर फर्जी शिक्षक होने का मामला उजागर हुआ था। बैठक में एडीएम प्रशासन पुरुषोत्तम दास गुप्ता पुलिस अधीक्षक अपराध डॉ महेंद्र पाल सिंह सहित समस्त खंड शिक्षा अधिकारी व अन्य मौजूद रहे।