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Raebareli News: रायबरेली के बछरावां में पहलवानों ने दशहरा मेला के दंगल में दिखाए अपने दांव पेच

Raebareli News: रायबरेली के बछरावां में पहलवानों ने दशहरा मेला के दंगल में दिखाए अपने दांव पेच

रायबरेली। बछरावां में चल रहे दशहरा मेला के आज तीसरे दिन विराट दंगल का आयोजन किया गया। इस दंगल के प्रायोजक योगेंद्र चौधरी (श्री परिवार) ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपनी टीम के साथ मौजूद रहकर दंगल की कमान संभाली। वही उनके साथ ही साथ दशहरा मेला कमेटी के अध्यक्ष शिवेंद्र सिंह उर्फ रामजी ने मेला कमेटी के मंत्री व मीडिया प्रभारी शकील मंसूरी अपने के साथ समस्त पदाधिकारी की मौजूदगी में दंगल को अपनी देखरेख में संपन्न कराया। वही इसके साथ ही साथ दशहरा मेला कमेटी के प्रबंधक शशिकांत मिश्रा ने दंगल लगवाने की पूरी व्यवस्था की देखरेख का इंतजाम किया।

 

Raebareli News: रायबरेली के बछरावां में पहलवानों ने दशहरा मेला के दंगल में दिखाए अपने दांव पेच

बछरावां के दशहरा मेला में प्रतिवर्ष की भांति मेला के तीसरे दिन इस वर्ष भी विराट दंगल अपनी भव्यता के साथ पूर्ण हुआ। वही भिन्न-भिन्न जनपदों के पहलवानों के साथ दंगल के दर्शक बछरावां नगर व क्षेत्र के अलावा विभिन्न जनपदों से लोग रोमांचक कुश्ती का लुत्फ उठाने के लिए मौजूद रहे। दंगल में पहलवानों के दांव पेच देखते ही बन रहे थे कि कितनी फुर्ती के साथ एक दूसरे को चित पट करने में लगे रहे। कई रोमांचक कुश्तियां हुई। अंतिम में पांच हजार सौ रुपए की पठानकोट व कलाम पहलवान रायबरेली के बीच हुई जिसमें शेरू पहलवान ने विजयश्री हासिल की। लोगों की भारी भीड़ देखकर पहलवानो का उत्साह एवं कुश्ती के दांव देखते ही बन रहे थे।

 

इस विराट दंगल में दशहरा मेला कमेटी केबछरावां थाना अध्यक्ष बृजेश कुमार राय, पदाधिकारीगण व समस्त कार्यकर्ता गण दंगल को संचालित करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बछरावां का विराट दंगल अपने आप में एक अलग पहचान बनाए हुए हैं की दंगल में किसी भी तरह विषमता का प्रादुर्भाव नहीं होता है। यह अपनी मैत्रीय सद्भावना व एकता के लिए क्षेत्र में मशहूर है। यहां पर दंगल देखने वालों के लिए भी कमेटी द्वारा इंतजाम किए गए हैं जिससे उनको किसी भी तरह की असुविधा का सामना नहीं उठाना पड़ता है। मेले का यह एक विशेष आकर्षण प्रतिवर्ष रहता है। जिससे क्षेत्र में लोग पहलवानी की ओर आकर्षित हो सकें जिससे विलुप्त प्राय हो रही कुश्ती को सुरक्षित व संरक्षित किया जा सके। इस दंगल को देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग अपनी जगह पर मौजूद रहे और लुप्त हो रही कुश्ती का आनंद लिया।

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