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रिहा होते ही प्रियंका उतरेंगी रण में, पहुँचेंगी लखीमपुर खीरी

 आखिरकार मानी योगी सरकार, राहुल और प्रियंका गांधी को लखीमपुर जाने की इजाजत ल

 लखीमपुर खीरी कांड : उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में रविवार को हुए बवाल के बाद घमासान मचा है।उत्तर प्रदेश सरकार ने विपक्षी दलों के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत दे दी है। अब विपक्षी दल पांच लोगों के साथ जा सकते हैं और पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर सकते हैं। बुधवार को किसान गुरविंदर का दोबारा पोस्टमार्टम हुआ और फिर अंतिम संस्कार कर दिया गया है। वहीं केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र दिल्ली पहुंच गए हैं। योगी सरकार ने राहुल-प्रियंका को तीन अन्य लोगों के साथ लखीमपुर खीरी जाने के अनुमति दे दी है। 

अब राहुल गांधी समेत 5 लोग लखीमपुर में दो पीड़ित परिवारों से मिलेंगे। इस दौरान किसी तरह की सभा करने की इजाजत नहीं होगी। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर), प्रशांत कुमार ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पाबंदियां लगाई गई थीं, जिनको अब हटा लिया गया है।अब राजनीतिक दल लखीमपुर जा सकते हैं।

बता दें कि राहुल गांधी फ्लाइट से लखनऊ पहुंच रहे हैं। वह वहां से लखीमपुर खीरी जाएंगे। लेकिन बीच में वह सीतापुर में रुकेंगे। वहीं प्रियंका गांधी को सीतापुर के गेस्ट हाउस में गिरफ्तार करके रखा गया है।

इससे पहले रविवार को लखीमपुर में 4 किसानों समेत 8 लोगों की मौत के बाद प्रशासन ने लखीमपुर खीरी में धारा 144 लगा दी थी। किसान संगठनों के अलावा किसी पार्टी के नेता को वहां जाने की इजाजत नहीं दी जा रही थी। प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, संजय सिंह आदि ने लखीमपुर जाने की कोशिश की थी। लेकिन उनको अलग-अलग जगह हिरासत में ले लिया गया था। बाद में प्रियंका को सीतापुर में ही गिरफ्तार करके रखा गया था।

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आज राहुल गांधी के लखीमपुर जाने के ऐलान के बाद लखनऊ में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी। दरअसल, राहुल ने लखीमपुर जाने के लिए दिल्ली से लखनऊ की फ्लाइट पकड़ी थी। लखनऊ से उन्होंने लखीमपुर जाने की बात कही थी। वहीं प्रशासन ने कहा था कि राहुल को लखनऊ से आगे नहीं जाने दिया जाएगा। इसके पीछे लॉ एंड ऑर्डर का हवाला दिया गया था। लेकिन अब राहुल गांधी को लखनऊ में नहीं रोका जाएगा। इससे पहले राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा था कि धारा 144 का उल्लंघन तब होता जब पांच लोगों से ज्यादा लेकर लखीमपुर जा रहे होते। लेकिन वह तो दो लोगों (पंजाब और छत्तीसगढ़ सीएम) के साथ लखीमपुर जाना चाहते हैं

कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि हम कोई क़ानून नहीं तोड़ रहे हैं। हम तो प्रियंका गांधी और लखीमपुर के किसानों से मिलने जाना चाहते हैं। उनसे मिलकर उनके आंसू पोंछना चाहते हैं। इसके लिए हमको बार-बार रोका गया है। मैं अधिकारियों से आग्रह कर रहा कि हमको जाने दें।

लखीमपुर बवाल के बाद बुधवार को सचिन पायलट और प्रमोद कृष्णन के लखीमपुर की ओर जाने की सूचना पर हापुड़ जिले के पुलिस को अलर्ट कर दिया गया। दोपहर के समय एडीजी राजीव सभरवाल पिलखुवा टोल प्लाजा पर पहुंच गए और व्यवस्थाओ को परखा। जैसे ही सचिन पायलट का काफिला छिजारसी टोल पहुंचा, पुलिस ने उसे रोक दिया। हालांकि सचिन पायलट को करीब 20 मिनट टोल प्लाजा पर रोकने के बाद आगे जाने दिया गया।

इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी लखीमपुर खीरी हिंसा में जान गंवाने वाले किसानों के परिवारों से मिलनेके लिए हवाई मार्ग से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लिए रवाना हुए, इस दौरान  छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा था कि धारा 144 में 5 से अधिक लोग इकट्ठे नहीं हो सकते। उससे कम लोग जा सकते हैं। कल भी मुझे गलत तरीके से रोका गया था। हम लोग पीड़ित परिवार तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। आखिर ऐसी क्या बात है जिसे राज्य सरकार छुपाना चाहती है? ऐसा क्या है जिससे किसी को बचाना चाहती है?

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