अयोध्या में हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी की गला काटकर हत्या, मंदिर के आश्रम में मिली खून से सनी लाश
अयोध्या: उत्तर प्रदेश के अयोध्या से बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी की निर्मम हत्या से हर तरफ सनसनी मच गई है. यूपी पुलिस को खबर की जानकारी मिलते ही दल मंदिर पहुंचा. जैसे ही पुलिस टीम ने मंदिर का दरवाजा खोला हर किसी के होश उड़ गए. पुलिस को पुजारी की लाश जमीन पर पड़ी मिली. बताया जा रहा है कि हनुमानगढ़ी के सहायक पुजारी की गला रेतकर हत्या की गई है. हालांकि हत्या किस वजह से की गई इसको लेकर पुलिस की ओर से अभी कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी गई है,.पुलिस को गुरुवार सुबह इस मामले की सूचना मिली. सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके के लिए रवाना हो गया. घटना को लेकर पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है. साधुर राम सहारे दास हनुमानगढ़ी की बसंतिया पट्टी के संद दुर्बल दास के सहायक और शिष्य बताए जाते हैं.
गला रेतकर की गई हत्या:
पुलिस ने बताया कि साधु राम सहारे की हत्या गला रेतकर की गई है. उनका शव उसी कमरे में पाया गया है जहां पर वह रहते थे. राम सहारे दास का शव फर्श पर पड़ा मिला. उनके गले पर गहरे घाव थे. फिलहाल पुलिस ने फोरेंसिक टीम के जरिए सबूत जुटाने की कोशिश की है और मामले की सघन जांच की जा रही है, कमरे में उनके साथ तीन साधु और रहते थे, जिसमें से दो फरार हैं। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है।
पुलिस की टीम मौके पर:
घटना की सूचना के बाद आईजी और एसएसपी समेत पुलिस के कई बड़े अधिकारी भी हनुमानगढ़ी पहुंच गए हैं. इसके साथ ही मामले की छानबीन भी शुरू कर दी गई है. शुरुआती जांच में पुलिस को शंका है कि ये पूरी वारदात जमीन के मामले को लेकर की गई है. दरअसल बताया जा रहा है कि अंबेडकरनगर के भीटों में लगभग 10 बीघा जमीन के स्वामित्व को लेकर रंजीश चल रही थी. माना जा रहा है कि इसी वजह से साधु राम सहारे की हत्या की गई हो.
हालांकि अब तक पुलिस की ओर से आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. घटना को लेकर सीसीटीवी कैमरों की तलाश की जा रही है. मंदिर परिसर में आने और जाने वालों का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद से ही मंदिर परिसर का ही एक युवक लापता है. पुलिस का मानना है कि उस युवक का हत्या की वारदात से संबंध हो सकता है.
आइजी रेंज प्रवीण कुमार और एसएसपी राजकरन नय्यर ने घटनास्थल का जायजा लिया। वहां लगा सीसीटीवी कैमरा कई दिनों से बंद मिला है। मृतक हनुमानगढ़ी के साकेतवासी महंत दुर्बल दास के शिष्य थे। घटना की जानकारी गुरुवार की सुबह हुई। उनके कमरे का दरवाजा काफी देर तक न खुलने पर लोगों को आशंका हुई। साधुओं का कहना है कि हनुमानगढ़ी में साधु भोर में ही उठ जाते हैं।
राम सहारे दास का कमरा बंद देख एक साधु ने धक्का दिया तो दरवाजा खुल गया। अंदर शव देख साधु ने अन्य साधुओं को जानकारी दी। राम सहारे दास बसंतिया पट्टी से जुड़े थे। थाना प्रभारी मणिशंकर तिवारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि राम सहारे दास का अंबेडकरनगर के भीटी में जमीनी विवाद चल रहा है। मृतक मूलरूप से संतकबीरनगर के कांटा निवासी थे।