चन्दौली मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार! ग्राम प्रधान व सचिव की मिली भगत से चल रहा था खेल, 14 मजदूर करते थे काम 50 का आता था पैसा
चन्दौली। खबर जनपद चंदौली से है जहां शहाबगंज ब्लाक अंतर्गत पचपरा गांव में मनरेगा योजना के तहत रास्ते का निर्माण जोरों शोरों से कराया जा रहा है। जोरों - शोरों से जारी रास्ते के निर्माण कार्य में ग्राम प्रधान पंचपरा और ग्राम पंचायत सचिव की मिलीभगत से सरकारी योजना में लूट खसोट का मामला भी सामने आया है। बता दें कि मौके पर जहां 14 मजदूर रास्ते के निर्माण कार्य में लगे मिले वहीं मस्टरोल 50 मजदूरों का बनाया गया है। मामले के संबंध में डीसी मनरेगा चंदौली रविन्द्र कुमार चतुर्वेदी ने जांच पश्चात उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है
आपको बता दें कि शासन स्तर से जारी निर्देशों के क्रम में ग्रामीण इलाकों में मनरेगा योजना के तहत कार्य का चलन जोरों पर है। लेकिन नियमों और मानकों को ताख पर रखकर ग्राम प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव अपनी जेब भरने में जुटे हैं। ताजा मामला जिले के शहाबगंज ब्लाक से है, जहां मीडिया टीम की ग्राउंड रिपोर्टिंग में चकरोड निर्माण कार्य में मौके पर 14 मजदूर कार्यरत मिले वहीं मस्टरोल रोजगार सेवक द्वारा 50 मजदूरों का बनाया जा रहा है। इस संबंध में गांव के ग्रामीणों ने बताया कि दो दिनों से जारी मनरेगा योजना के तहत चकरोड निर्माण कार्य में ग्राम प्रधान रमेश प्रसाद और ग्राम पंचायत सचिव मुरली श्याम की मिलीभगत के कारण मनरेगा योजना में भ्रष्टाचार का बोलबाला कायम है। इतना ही नहीं शासनादेश के विपरीत ट्रैक्टर से मिट्टी ढुलाई का कार्य भी प्रयोग में लाया गया है।
इस संबंध में जब मीडिया टीम ने डीसी मनरेगा वीरेंद्र कुमार चतुर्वेदी से बातचीत की तो उन्होंने जांच टीम गठित करने के साथ ही सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है। हालांकि आपको बता दें कि मात्र एक ही गांव में मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों में अनियमितता सामने नहीं आई है, बल्कि पूरे जिले या प्रदेश में इस तथ्य की पुष्टि हुई है कि मनरेगा योजना के तहत कराए जा रहे कार्यों में मस्टरोल में भ्रष्टाचार का बोलबाला है। डीसी मनरेगा चंदौली ने भी इस सच्चाई को स्वीकार करते हुए बताया कि वीसी मनरेगा ने भी इस तथ्य की पुष्टि की है, जल्द ही बड़े स्तर पर कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, दोषी लोगों को बक्शा नहीं जाएगा।