चन्दौली में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर दी श्रधांजलि

चन्दौली। मुगलसराय शहर कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में मातृभूमि की आजादी के लिए स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों का बलिदान करने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर कालीमहाल स्थिति कार्यालय पर कांग्रेस जनों ने उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें सादर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि चन्द्रशेखर आजाद भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व शहीद भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे।
आजाद प्रखर देशभक्त थे। काकोरी काण्ड में फरार होने के बाद से ही उन्होंने छिपने के लिए साधु का वेश बनाना बखूबी सीख लिया था और इसका उपयोग उन्होंने कई बार किया। चन्द्रशेखर आज़ाद ने वीरता की नई परिभाषा लिखी थी।
उनके बलिदान के बाद उनके द्वारा प्रारम्भ किया गया आन्दोलन और तेज हो गया, उनसे प्रेरणा लेकर हजारों युवक स्वतन्त्रता आन्दोलन में कूद पड़े। आजाद की शहादत के सोलह वर्षों बाद 15 अगस्त सन् 1947 को हिन्दुस्तान की आजादी का उनका सपना पूरा तो हुआ किन्तु वे उसे जीते जी देख न सके। सभी उन्हें पण्डितजी ही कहकर सम्बोधित किया करते थे।
इस दौरान डा नंदलाल प्रसाद गुप्ता, दशरथ चौहान, विजय कुमार गुप्ता, नेहाल अख्तर बाबू, कमरुल बारी, तारीक अब्बास, मृत्युंजय शर्मा, मु नईम, प्रमोद मौर्या, रमेश सिंह रामा, मोहन गुप्ता, फैयाज अंसारी, रामाश्रय शर्मा, जावेद अंसारी, मु सलमान आदि लोग थे।