Chanduali News: चंदौली मे स्वस्थ वयवस्ता बदहाल, वेंटिलेटर पर अस्पताल मरीज बेहाल
Chanduali News: सरकारी फाइलों में अस्पताल का मौसम गुलाबी है मगर ये आंकड़े झूठे हैं ये दावा किताबी हैlअदम गोंडवी की इस रचना को फिलहाल अक्षरशः साबित कर रहा है जनपद के धानापुर सीएचसी से सम्बद्ध जीयनपुर का एडिशनल पीएचसी। कागज में सबकुछ ऑल इज वेल किन्तु आधा दर्जन स्टॉप में सब नदारत,तमाम गुजारिश मनुहार के बाद भी जब नहीं बदली सूरत तो लामबंद ग्रामीणों ने मौके पर जबरदस्त धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
परिणामतः ग्रामीणों का मनुहार करने पहुचे प्रशासनिक अमले की सांसें फूलने लगी,ग्रामीण जबाब मांग रहे थे जिम्मेदार आश्वासन दे रहे थे,अंततः 10 दिन में सब ठीक करने का आश्वासन देकर विभागीय हाकिम किसी तरह ग्रामीणों के आक्रोश पर काबू तो पा लिये किन्तु सवाल वही वादा की घुट्टी कब तक। स्थानीय ग्रामीणों द्वारा हिंदी के अंतर्राष्ट्रीय समालोचक नामवर सिंह के सम्मान में अपनी काश्त जमीन दान कर जिस आशा और विश्वास से गांव में उल्लिखित स्वास्थ्य केन्द्र का निर्माण कराया गया।
आज उनका वह विश्वास पूरी तरह टूटकर बिखर गया हैlकहने को तो एक चिकिसक कम्पाउंडर,लैब सहायक,वार्ड ब्वाय,ए एन एम व चपरासी सहित कुल छः कर्मचारी इस अस्पताल पर विधिवत नियुक्त हैं और ईमानदारी से उसी काम का प्रतिमाह बेतन भी ले रहे है जिस काम के साथ बखूबी बेईमानी कर रहे हैंlइस बाबत नामवर सिंह के पुरवासी जुझारू समाजसेवी अमरनाथ सिंह व मनमन सिंह की मानें तो सौभाग्यवश यदा कदा अस्पताल का कोई कर्मी घण्टे आध घण्टे के लिए मौके पर नमूदार हो जाता है।
अन्यथा यह अस्पताल निरन्तर लावारिश ही पड़ा रहता है। इनके साथ धरने पर मौजूद सैकड़ो ग्रामीणों का एक स्वर में आरोप रहा कि यहां पर तैनात चिकित्सक के घर की दूरी लगभग 10 किलो मीटर से अधिक नही है किंतु वह महीने में दस बार भी नियुक्ति स्थल पर नहीं पहुचते,संयोगवश खुदानाखास्त मिल गए तो मरीजों और उनके परिचारकों के साथ उनका ब्यवहार किसी बिगड़ैल दरोगा से कम नहीं ही रहता है,सम्बन्धित डॉक्टर साहब की इसी शैली से प्रभावित उनका स्टाफ भी मरीजों की सेवा करने में अपनी तौहीन समझकर मौके से गायब रहना ही श्रेयस्कर समझता है।
चिकिसकीय कर्मियों की इस गुनाहपूर्ण कार्यशैली से बिलबिलाए ग्रामीणों ने एडिशनल पीएचसी पर जम कर हंगामा करते हुए मय चिकिसक सभी नियुक्त कर्मियों को बर्खास्त करने व पूर्णतः चिकित्सकीय सुविधा बहाल करने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन प्रारम्भ कर दियाlधरने की सूचना के लगभग तीन घण्टे बाद मौके पर पहुचे एडिशनल सीएमओ प्रशासनिक डा0 आर बी शरण,सीएचसी अधीक्षक डा0 जे पी गुप्ता को देख धरनारत लोग और भी आक्रोशत हो गए।
किसी तरह काफी मनुहार के बाद लोग अधिकारी द्वय से बात करने को तैयार हुए परिणामतः अधिकारियों द्वारा 10 दिन में ग्रामीणों की सभी मांगे पूर्ण करने के मजबूत आश्वासन पर लोगों ने चेतावनी के साथ धरना समाप्त किया इस दौरान प्रसिद्ध नारायण सिंह,शिवनाथ सिंह,पंकज सिंह,जिला पंचायत सदस्य अंजनी सिंह सहित सैकड़ो ग्रामीण मौजूद रहे। इलाज नहीं तो जमीन नहीं ज्ञात हों कि एडिशनल पीएचसी जियनपुर का निर्माण स्थानीय ग्रामीणों द्वारा अपने पुरवासी सुविख्यात हिंदी समालोचक नामवर सिंह के सम्मान में सम्पूर्ण रूप से दान देकर सरकार से करवाया गया है।
किन्तु अस्पताल पर मौजूद सड़ान्ध भरी दुर्ब्यवस्था से अजीज आकर लोगों ने धरना प्रदर्शन का रास्ता अख्तियार किया,लोगों का कहना है कि इतना कीमती जमीन देने के बाद भी जब हम लोगों को इलाज हेतु निजी अस्पतालों की शरण लेनी है तो सरकार हमारी जमीने हमे वापस कर दे,अन्यथा उचित और उपयुक्त चिकित्सकीय सुविधा अवश्य मुहैया कराएlधरनारत लोगों ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वादा की तय समयावधि में परिणाम नहीं मिला तो क्षेत्र की समूची जनता न्याय हेतु सड़क पर उतरने को बाध्य होगी जिसकी समूची जिम्मेदारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की होगीl
स्वास्थ्य कर्मियों को सेवा तो करनी ही होगी-डा0 आर बी शरण इस बाबत स्वस्थ विभाग के अधिकारी द्वय डा0 आर बी शरण व डा0 जे पी गुप्ता ने बगैर किसी लाग् लपेट के सम्बन्धित अस्पताल पर नियुक्त कर्मियों की सेवा में लापरवाही को कबूल करते हुए कहा कि लोगों को मरीजों की सेवा हेतु ही सरकार बेतन दे रही है,ऐसे सूरतेहाल में सभी कर्मियों को अपनी सेवा नियमावली के अनुसार काम तो करना ही होगाlअब अगर भविष्य में किसी तरह की शिकायत मिली तो सम्बन्धित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही होगी