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सुसाइड करने वाली थी महिला, मौके पर पहुँचकर चंदौली पुलिस ने बचाई जान

चंदौली में सुसाइड करने वाली थी महिला, मौके पर पहुँचकर अलीनगर थाने की पुलिस ने बचाई जान
संवाददाता - मनीष द्विवेदी

चंदौली। पति पत्नि के बीच अक्सर किसी बात को लेकर झगड़े होते ही रहते है। एक ऐसा ही मामला यूपी के जनपद चंदौली के अलीनगर थाना क्षेत्र के एक गांव से सामने आया जहाँ एक विवाहिता मायके जाने के लिए पति द्वारा पैसे न मिलने पर अपने ही पति से झगड़ा करने लगी। झगड़ा इस कदर बढ़ा की पत्नि रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने के लिए जाने लगी। जब इसकी सूचना कुछ स्थानीय लोगो द्वारा अलीनगर थाने की पुलिस को मिली। थाना प्रभारी विनोद कुमार मिश्रा और क्राइम इंस्पेक्टर रमेश यादव एक्शन में आए फिर तत्काल अपने कुछ साथियों के साथ मौके पर पहुंच कर महिला को आत्महत्या करने से रोका। थाना प्रभारी और क्राइम इंस्पेक्टर की इस दरियादिली ने एक परिवार को बर्बाद होने से बचा लिया।

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जब वहाँ से महिला को क्राइम इंस्पेक्टर रमेश यादव ने समझा कर थाने लाए तब महिला ने अपनी आपबीती बताई की उनके पति महेश कुमार ( काल्पनिक नाम)  जो एक साल पहले पुणे में एक फैक्ट्री में काम करता थे। उसी फैक्ट्री में  ममता ( काल्पनिक नाम) भी काम करती थी। ममता पुणे के एक गांव की रहने वाली है। महेश और ममता ने एक साल पहले प्रेम विवाह किया था। फिर महेश कई महीनों तक ममता को लेकर चंदौली आ गया। अपने गांव में रहने लगा। फिर चंदौली में ही दोनों पति-पत्नी एक प्राइवेट फैक्ट्री में प्लेट-कटोरे बनाने का काम करने लगे। दो दिन पूर्व  ममता के घर से फोन आया कि उसकी मां बहुत बीमार है और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है, कृपया उसे देखने आ जाएं।

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यह सुनते ही ममता ने अपने पति से पुणे का टिकट बुक कराने के लिए पैसे मांगे। उसके पति ने टिकट के लिए ममता को 1500 रुपये दिए। पैसे मिलने पर जब ममता टिकट के लिए  DDU रेलवे स्टेशन जा रही थी, तो रास्ते में किसी तरह पैसे गिर गए। इसके बाद ममता आधे रास्ते से ही अपने पति के घर वापस आ गई और अपने पति को सारी बात बताया। यह सुनते ही पति-पत्नी के बीच पैसों को लेकर विवाद बढ़ गया। विवाद इस कदर बढ़ा की गुस्से में आकर ममता अपने पति से कहती है कि मुझे जाने दो, मुझे अब पैसे नहीं चाहिए। मैं रेलवे ट्रैक पर आत्महत्या करने जा रही हूं। इतना कहकर वह घर से जाने लगी।

जब महिला की यह सारी बातें क्राइम इंस्पेक्टर रमेश यादव ने सुनी तो तत्काल महिला के पति को अपने एक सिपाही को उसके घर भेज उसे थाने बुलाया। दोनों पति-पत्नी को शादी का महत्व बताया साथ ही एक दूसरे के प्रति उनकी जिम्मेदारियाँ भी बताई। फिर परिजनों की सहमति से दोनों के बीच समझौता हो गया। फिर क्राइम इंस्पेक्टर रमेश  यादव ने अपने तरफ से उनको कुछ सहयोग राशि देखकर उनकी सहायता किया फिर उनको अपने गाड़ी में बिठाकर डीडीयू रेलवे स्टेशन तक छोड़े। दोनों पति-पत्नी साथ ही पुणे के लिए रवाना हो गए। क्राइम इंस्पेक्टर रमेश यादव की इस दरियादिली ने पुलिस विभाग का मान सम्मान बढ़ा दिया।

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