
चंदौली। कृषि कार्यो के लिए संस्थागत किस्त की सुविधा उठाने के लिए विभिन्न फसलों ( कृषि एवं औद्यानिक),पशुपालन, मुर्गीपालन, मत्स्य पालन इत्यादि कार्यक्रमों में सस्ते ऋण के लिए जनपद स्तर पर वित्तमान वार्षिक रूप सेनिर्धारित किये जाते है।
शासन द्वारा चालू वर्ष में मधुमक्खी पालन एवं रेशम पालन पर यह सुविधा उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है।
मधुमक्खी पालन एवं रेशम पालन के लिए वार्षिक वित्तमान निर्धारण के लिए जिलाधिकारी ईशा दुहन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गयी। जिसमे मधुमक्खी पालन ( 50 मान गृह तथा 50 मान वंश) के लिये वित्तमान की दर एक लाख एवं टसर सिल्क के उत्पादन के लिए रू॰ 2.50 लाख प्रतिहेक्टेयर वित्तमान को स्वीकृति प्रदान की गयी।
जिन किसान भाईयों को रेशम उत्पादन अथवा मधुमक्खी पालन काव्यवसाय करना हो वे अपनी निकटतम् बैंक शाखा से सम्पर्क कर सस्ती दरों पर बैंक ऋण का लाभ प्राप्त कर सकते है।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी,जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी,अग्रणी जिला प्रबन्धक,डी०डी०एम० नाबार्ड उपस्थित रहे।