
चंदौली। आराजी संख्या 227 पर लोकनिर्माण विभाग द्वारा 28 जुलाई को शाम तक 8 लोगों के अवैध अतिक्रमण खाली कराने की चेतावनी नोटिस के बाद 80 वर्षों से अधिक समय तक पक्का मकान बनाकर रहने वाले व्यापारियों और गृह स्वामियों ने डीएम चंदौली से शुक्रवार को मिला। वहीं अपनी आपबीती सुनाई है।
बताया कि सभी लोग 80 वर्षों से अधिक समय तक पक्का मकान बनाकर काबिज़ है और उन्हें वोट देने का अधिकार सहित, बिजली और नगर पंचायत द्वारा सभी का नाम दर्ज है। और अपना जीवन गुजर बसर करते है। डीएम ने सभी की बातों को गंभीरता से लेते हुए उन्हें आश्वस्त किया है। पीड़ितों ने बताया कि मुकदमा अभी सिविल कोर्ट में चल रहा है और एसडीएम महोदय ने सर्वे कराकर मुकदमे को खारिज भी कर दिया है। बावजूद इसके लोक निर्माण विभाग ने नोटिस दे दिया है।
वहीं पीड़ितों की माने तो इसमे एक व्यक्ति का नाम भी आ रहा है जिसने यह सब षणयंत्र के तहत बार-बार न्यायालय को साक्ष्य छुपाकर यह बतलाने की कोसिस कर रहा कि झुग्गी झोपड़ी और अतिक्रमण है जबकि वहां पूरा तीन मंजिला रिहायशी पक्का निर्माण बना है और दुकानें है इससे उनकि रोजी रोटी के साथ बेघर होने की नौबत आ जायेगी।
डीएम से मिलने वालों में चेयरमैन सैयदराजा वीरेंद्र जायसवाल, जिलाध्यक्ष व्यापार मंडल लक्ष्मीकांत, कोषाध्यक्ष चंद्रेश्वर जायसवाल, भगवान दास कसौधन, मीना सिंह,मंगला सिंह, मानवेन्द्र जायसवाल, जयप्रकाश गुप्ता,शिवा साव,जोखू, यार मोहहम्मद,बब्लू, जुनैद, भगवती उर्फ नागा वर्मा, नामवर गुप्ता, शीतल पाण्डेय,तबारक अली, महेंद्र रॉय, अरविंद कुमार पूर्व चेयरमैन उपस्थिति रहे।