
चंदौली। जनपद के मनराजपुर प्रकरण की जांच शासन स्तर से सीबीसीआईडी से कराने का फरमान जारी हो चुका है। लेकिन मामले की जांच सीबीसीआईडी से कराने से पहले ही सवाल उठने लगे है। राष्ट्रीय कृषक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि सीबीसीआईडी में आयोग्य और लाइन हाजिर पुलिस के अफसरों को रखा जाता है। ऐसे में मामले की निष्पक्षता से जांच संभव नहीं है। मृतका के परिजनों को न्याय दिलाने के लिए स्वतंत्र ऐजेंसी से जांच जरुरी है। महेंद्र गुरूवार को भीम आर्मी के आंदोलन को समर्थन देने पहुंचे थे।
उन्होने कहा कि मनराजपुर में दिन में पुलिस प्रशासन के द्वारा दिनदहाड़े एक बेटी की जघन्य हत्या करने करने का दुस्साहस किया। लेकिन इसके बाद भी जिले के अफसरों के द्वारा दोषी पुलिस कर्मियों पर हत्या के बजाय गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया। इस प्रकार के मामले की जांच केवल सीबीआई के कराई जाय। क्योकि अफसर मजिस्ट्रेटी जांच और सीबीसीआईडी की जांच का बहाना बनाकर मामले को लटकाने की साजिस रच रहे है। कहा कि दोषियों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई। क्या जिला प्रशासन मामले के दोषियों को बचाने में जुटा।
जब पुलिस ही मामले में आरोपी है तो उनके खिलाफ पुलिस ही कैसे जांच करेगी। इसपर लोगों को शंका है। पीड़ित परिवार आज भी सदमें में है। उन्हे ऐसे अफसरों से न्याय की उम्मीद नहीं है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने तथा दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे विभिन्न संगठनों के धरने को कृषक दल का समर्थन रहेगा, इस दौरान भीम आर्मी व आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन व सरकार के विरुद्ध जमकर नारे लगाए।