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वाराणसी में फिर चली ताबड़तोड़ गोलियां, पांच आरोपी गिरफ्तार

शिवपुर थाना अंतर्गत गणेशपुर में अजय यादव की चाय-समोसा की दुकान है। अजय के अनुसार मंगलवार की रात बाइक सवार कुछ युवक उसकी दुकान के समीप शराब के नशे में धुत होकर लघुशंका कर रहे थे। उसने विरोध किया तो सभी कहासुनी करते हुए उससे उलझ गए। इसके बाद बाइक सवार मनबढ़ युवकों ने थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल में 3 बार में 9 राउंड फायरिंग की। असलहे से निकली गोली से अजय और उसके समीप की दुकान पर काम करने वाला सुशील वर्मा घायल हो गया था। प्रकरण को लेकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

वाराणसी जिले के शिवपुर के गणेशपुर में मंगलवार रात चाय विक्रेता अजय यादव और ग्राहक सुशील शर्मा पर फायरिंग कर घायल करने वाले सहित संरक्षण देने वाले पांच आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस दौरान कब्जे से पिस्टल और चार कारतूस बरामद हुआ। घटना में मुख्य आरोपी की तलाश में पुलिस ने भदोही के डोमनपुर में दबिश दी। पुलिस के मुताबिक पूछताछ में आरोपी युवकों ने बताया कि शराब पीने के बाद रंगबाजी और वर्चस्व स्थापित करने के लिए फायरिंग की थी।

शिवपुर थाना अंतर्गत गणेशपुर में अजय यादव की चाय-समोसा की दुकान है। अजय के अनुसार मंगलवार की रात बाइक सवार कुछ युवक उसकी दुकान के समीप शराब के नशे में धुत होकर लघुशंका कर रहे थे। उसने विरोध किया तो सभी कहासुनी करते हुए उससे उलझ गए। इसके बाद बाइक सवार मनबढ़ युवकों ने थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल में 3 बार में 9 राउंड फायरिंग की। असलहे से निकली गोली से अजय और उसके समीप की दुकान पर काम करने वाला सुशील वर्मा घायल हो गया था। प्रकरण को लेकर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ शिवपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।

एसीपी कैंट रत्नेश्वर सिंह ने बताया कि फायरिंग में घायल अजय यादव और सुशील शर्मा के परिजनों की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करते हुए पुलिस तफ्तीश में जुटी थी। सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस के जरिए आरोपियों को घटना के 12 घंटे बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों में चोलापुर के दशवतपुर निवासी अभिषेक सिंह उर्फ गोपू, चांदमारी निवासी ऋषि सिंह उर्फ ऋषभ, अंकुर सिंह उर्फ छोटू सिंह है। इन्हें संरक्षण देने वाले दादूपुर निवासी अमरजीत उर्फ पिंटू और चांदमारी के लोढ़ान निवासी विकास गुप्ता को भी गिरफ्तार किया गया।

फायरिंग करने के आरोपी अभिषेक, ऋषि और अंकुर ने बताया कि उन्होंने राबिन के साथ जमकर बीयर पी थी। इसके बाद एक दुकान के समीप लघुशंका करने को लेकर उनका विवाद हुआ तो नशे की हालत में सभी को रंगबाजी करने का मन किया। इसके साथ ही उन्हें यह भी लगा था कि अगर वह फायरिंग करेंगे तो क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा होगा और लोग उनसे डरेंगे। उन्हें यह नहीं पता था कि उनके फायरिंग करने के दौरान किसी को गोली लगी है या नहीं लगी है। फायरिंग करने के बाद तीनों लोग अमरजीत और विकास के घर जाकर छुप गए थे। वहीं, राबिन उन्हें छोड़ कर भाग निकला था।

पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने बताया कि वारदात की जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर शिवपुर सुनील कुमार सिन्हाल के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस टीम में शामिल इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार मिश्र, दरोगा हरिओम प्रताप सिंह, प्रकाश सिंह, स्वतंत्र सिंह व अमरीश राय ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की मदद से आरोपियों को चिह्नित किया। इसके बाद धरपकड़ शुरू की गई तो पता लगा कि अमरजीत और विकास गुप्ता ने अभिषेक, ऋषि और अंकुर को अपने घर में छुपा रखा है। पांचों को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि एक अन्य आरोपी राबिन सिंह भाग गया है और उसकी तलाश जारी है।

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