छात्रनेता हेमंत यादव हत्याकांड में बलिया पुलिस को मिली बड़ी सफलता, सात गिरफ्तार! मुख्य आरोपी अभी भी फ़रार...

यूपी के बलिया में छात्रनेता हेमंत यादव हत्या के बाद से पुलिस-प्रशासन अलर्ट मोड में है।
बलिया पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने छात्रनेता हेमंत यादव हत्याकांड में सात अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है, जबकि शेष की तलाश जारी है। आज इसका खुलासा पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर ने किया।
सतीश चन्द्र कालेज के बाहर क्रिकेट बैट, लाठी व डंडा से हमला कर टीडी कालेज के छात्रनेता हेमंत यादव की हत्या कर दी गई थी। घटना में हेमंत का दोस्त घायल है।
कोतवाली पुलिस ने धारा 147, 302, 307, 504, 34 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज किया। वहीं, पुलिस अधीक्षक राजकरन नय्यर ने घटनास्थल का निरीक्षण कर अपर पुलिस अधीक्षक बलिया के नेतृत्व में तीन टीमों का गठन करते हुए संलिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे।
कोतवाली पुलिस टीम द्वारा घटना के शीघ्र अनावरण हेतु तत्परता पूर्वक सार्थक प्रयास करते हुए नामजद व विवेचना से प्रकाश में आए 07 ऩफर अभियुक्तों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय भेजा जा रहा है।
बुधवार को टीडी कॉलेज चौराहा और जिला अस्पताल बुधवार को पुलिस छावनी में तब्दील रहा। किसी भी हंगामे की आशंका में पीएसी, कई थानों की फोर्स और दमकल की गाड़ी तैनात रही। आला अधिकारी भी पूरे दिन चक्रमण करते रहे।
दोपहर बाद धीरे-धीरे जिले के कोने-कोने से छात्रनेता व सपा नेताओं की भीड़ जिला अस्पताल में जुट गई। हेमंत यादव के फौजी पिता के पहुंचने के बाद शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंपते हुए उनके देवकली आवास तक पुलिस ने पहुंचाया। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल रहा।
छात्रनेता हेमंत यादव हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हेमंत की हत्या चुनावी रंजिश को लेकर चल रहे विवाद में हुई है। कुछ समय से दो गुटों में विवाद चल रहा था। इसमें चार-पांच माह पूर्व मुकदमा भी दर्ज है। अन्य आरोपियों की तलाश चल रही है।
बुधवार को एसपी राजकरन नय्यर ने कोतवाली में प्रेसवार्ता करते हुए गिरफ्तार आरोपी संदीप सिंह, राजदीप सिंह, रितेश चौरसिया, रोहित चौरसिया निवासी मिड्ढा, वाइएन तिवारी, शिवाजी पांडेय निवासी निधरिया, कृष्णा तिवारी पहाड़ीपुर को पेश किया।
कहा कि शहर के एससी कॉलेज के बाहर मंगलवार को परीक्षा देकर निकले टीडी कॉलेज के छात्रनेता हेमंत यादव पर आधा दर्जन से अधिक युवकों ने हाकी, डंडे, बैट से हमलाकर बुरी तरह पिटाई कर दी। बीचबचाव करने आए साथी आलोक यादव निवासी जीराबस्ती की भी पिटाई की। हमलावर दोनों को अधमरा छोड़कर भाग निकले।
पिता ने कहा - मैं भी फौजी हूं, बदला जरूर लूंगा
पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस ने शव परिजनों को दिया तो मृतक के भाई ने एसपी से सवाल किया कि मुख्य आरोपी को बचाने की अफवाह है। एसपी ने कहा कि ऐसा नहीं होगा और वह गिरफ्तार होगा। इसी बीच मृतक के पिता मनराज ने एसपी से कहा, कोई आरोपी बचना नहीं चाहिए, अगर कोई बचा तो मैं भी फौजी हूं, बदला जरूर लूंगा।
पकड़ी थाना क्षेत्र के धड़सरा ठोहिल पाली गांव निवासी मनराज यादव भारतीय सेना में कार्यरत हैं और नासिक देवलाली में तैनात हैं। बेटे की मौत की खबर सुनते ही ट्रेन से बलिया के लिए चल दिए।
एसपी से फोन पर बात कर बेटे के अंतिम दर्शन करने की बात कही। पोस्टमार्टम की पूरी तैयारी हो चुकी थी। पिता के अंतिम दर्शन के लिए पुलिस ने पोस्टमार्टम नहीं करवाया। एसपी राजकरन नय्यर ने उन्हें हवाई जहाज से वाराणसी आने की सलाह दी।
बुधवार दोपहर मनराज भोपाल से वाराणसी हवाई जहाज से पहुंचे। वहां मौजूद बलिया पुलिस अपनी सुरक्षा में लेकर पोस्टमार्टम हाउस पहुंची। जवान बेटे का शव देख मनराज का सब्र का बांध टूट गया। वह फफक कर रो पड़े। उन्हें रोता देख वहां मौजूद हर किसी की आंखों में आंसू आ गए। तीन बेटों में हेमंत मंझला था।
टाउन डिग्री कॉलेज में स्नातक द्वितीय वर्ष का छात्र था। देवकली स्थित अपने आवास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया। परिजन एंबुलेंस से शव लेकर देवकली पहुंचे। शव के साथ पुलिस भी रही। इसके बाद परिजन दाह संस्कार की तैयारी में लग गए।