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Ayodhya News: रक्षक बने भक्ष्क खंडासा पुलिस का असली चेहरा,मृतक की पत्नी आशा ने खण्डासा पुलिस की कार्य शैली पर खड़ा किया सवालिया निशान

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Ayodhya News: रक्षक बने भक्ष्क खंडासा पुलिस का असली चेहरा,मृतक की पत्नी आशा ने खण्डासा पुलिस की कार्य शैली पर खड़ा किया सवालिया निशान

खंडासा थाना क्षेत्र के  किन्हूपुर गांव में 32 वर्षीय युवक संदीप की मारपीट के बाद इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में खांडसा पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है मृतक की पत्नी आशा ने मीडिया कर्मियों से बात करते हुए खांडसा पुलिस की कार्यशैली पर सवलिया निशान खड़ा किया।

मृतक की पत्नी ने कहा कि मारपीट की रात लगभग 11 बजे खंडासा पुलिस के 5 लोग हमारे घर पर  दरवाजा तोड़ कर आए और घर पर रखें बड़े बक्से की कूंडी को तोड़ दिया अंदर दरवाजे की लगी कुंडी को लात से मारा जिसके कारण उसकी एक दो ईंट उखड़ गई आशा का यह भी कहना है कि पुलिस उसके जेवर उठा ली गई उसके साथ बदतमीजी की और मारपीट की घटना को भी अंजाम दिया जबकि उसका पति लखनऊ में जिंदगी और मौत से जूझ रहा था ।

 ट्रामा सेंटर लखनऊ में एक और जहां पति जिंदगी और मौत से जूझ रहा था वही पत्नी को स्थानीय पुलिस दूसरे पक्ष से पैसे लेकर प्रताड़ित करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही थी ।


आपको बताते चलें कि यह वही किन्हींपुर गांव है जहां कोरोना कल में तत्कालीन थाना अध्यक्ष खांडसा सुनील कुमार सिंह ने जाकर पुलिसिया तांडव मचाया था जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल भी हुआ था।


घटना के पीछे ग्रामीणों के अनुसार जो बात निकाल कर सामने आई है वह यह है कि मनोज कुमार जो इस घटना में मुख्य आरोपी है वह गांव का पूर्व  प्रधान रहा है पहले दोनों लोग एक साथ प्रधानी के चुनाव में थे बाद में किन्हीं  कारण से दोनों लोगों के बीच तू तू मैं मैं हुआ और चुनावी रंजिश का परिणाम  यहां तक पहुंच गया।

 ग्रामीणों के साथ मृतक के परिजनों का यह भी कहना है कि डेयोढी बाजार में पोस्ट ऑफिस में हुई 7:50लख रुपए की लूट में मनोज कुमार मुख्य अभियुक्त था इसके साथ ही वह तस्करी और गांजा बेचने का काम भी करता रहा है।


मृतक के बाबा भगवान दास ने बताया कि उपरोक्त लोग जो इस मामले में आरोपी है वह पुलिस को पैसा देकर मेरे परिवार को प्रताड़ित करते रहते हैं सबसे मजेदार बात तो यह है कि इस घटना में जहां संदीप की मृत्यु हो गई वही अमरजीत ओमप्रकाश व उसके दो भाई गंभीर रूप से घायल हैं और उनके सर पर पट्टियां बंधी हुई हैं 7 फरवरी को जब मृतक का शव गांव पहुंचा तो ग्रामीणों में आक्रोश  ब्याप्त हो गया और बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठा हो गए उन्होंने शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।

जिसके बाद क्षेत्राधिकार मिल्कीपुर सुनील सिंह के मानने पर किसी तरह परिजन शव के अंतिम संस्कार को माने जिसका 8 फरवरी को प्रातः 11 बजे  संगीनों के साए में अंतिम संस्कार किया गया मौके पर खंडासा पुलिस के जवान मौजूद हैं और गांव में शांति व्यवस्था कायम है मृतक के भाई ओमप्रकाश ने बताया कि वह अपने परिजनों के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व जिलाधिकारी से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगे उनका कहना है कि मृतक के दो बच्चियों हैं जिनके बारे में पोषण के लिए सरकार उन्हें आर्थिक मुआवजा उपलब्ध कराए तथा घर में घुसकर तांडव करने वाले  दोसी पुलिस कर्मियों को भी दंडित किया जाए इसके साथ-साथ घटना में आरोपी लोगों के ऊपर गंभीर धाराओं में कार्रवाई करते हुए उनके घर पर बुलडोजर चलाया जाए।

 
थाना अध्यक्ष खंडासा मनोज कुमार यादव ने बताया कि घटना में नाम जद मुख्य अभियुक्त समय अधिकतर लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है तथा उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेजा जा रहा है गांव में शांति व्यवस्था कायम है ऐतियात के तौर पर पुलिस कर्मियों को गांव में लगाया गया है।

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