Ayodhya News: ऐतिहासिक दिन 22 जनवरी 2024 इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गया। इस तिथि को पूरी दुनिया सदा याद रखेगी। यह एक अविस्मरणीय पल था, जब श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैदिक विधि विधान से संकल्प लेते हुए पिछले सात दिन से चल रहे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान को सम्पूर्ण किया और श्रीरामलला सोमवार को अभिजीत मुहूर्त में अपने दिव्य और भव्य मंदिर में विराजमान हो गये।
सदियों संघर्ष के बाद 1990 के दशक में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद श्रीराम मंदिर निर्माण की नींव पड़ी थी। इसके बाद भाजपा शासन में सुप्रीम काेर्ट के ऐतिहासिक फैसले से राम मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हुआ था।
आज राम मंदिर का भव्य स्वरूप देश-दुनिया के सामने है। 22 जनवरी 2024 को रामलला भी टेंट से निकलकर मंदिर के मूल गर्भगृह में विराजमान हो चुके हैं।
ये हैं ऐतिहासिक दिन
9 नवंबर 2019: सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच ने विवादित 2़77 एकड़ जमीन राममंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट को देने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने इस जमीन के बदले अयोध्या में सुन्नी वक्फ बोर्ड को मस्जिद निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन देने का फैसला दिया।
5 फरवरी 2020: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत केंद्र सरकार ने श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया। इसमें 15 सदस्य रखे गए। ट्रस्ट में नौ स्थायी और छह नामित सदस्यों को रखा गया। ट्रस्ट में सभी हिंदू सदस्यों को रखा गया।
6 फरवरी 2020: केंद्र सरकार ने एक रुपया दान के साथ राम मंदिर निर्माण अभियान की शुरुआत की।
19 फरवरी 2020: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक दिल्ली में हुई। इसमें महंत नृत्यगोपाल दास को अध्यक्ष और विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय महासचिव चंपत राय को महासचिव चुना गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पूर्व प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्र को मंदिर निर्माण समिति का अध्यक्ष चुना गया।
25 मार्च 2020: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टेंट में विराजमान रामलला को अपने सिर पर बिठाकर अस्थायी मंदिर में शिफ्ट किया।
5 अगस्त 2020: श्रीराम जन्मभूमि परिसर में राम मंदिर का भूमि पूजन हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखी।
2 सितंबर 2020: अयोध्या विकास प्राधिकरण से मात्र चार दिनों के भीतर राम मंदिर का नक्शा पास हुआ। इसके लिए ट्रस्ट ने 2.11 करोड़ रुपये जमा किए थे।
15 जनवरी 2021: राम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण अभियान की शुरुआत की गई। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस अभियान का शुरुआत की। सबसे पहला दान योगी सरकार ने एक रुपये का किया।
1 जून 2022: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के गर्भगृह की नींव का पूजन किया।
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