Maha Kumbh stampede: महाकुंभ में त्रासदी, भगदड़ में दर्जनों की मौत

Maha Kumbh stampede: प्रयागराज। मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर महाकुंभ में मची भगदड़ ने हजारों श्रद्धालुओं के लिए मातम का माहौल बना दिया। संगम नोज पर हुई इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई और 40 से ज्यादा घायल बताये जा रहे हैं।
बचाव कार्य के लिए एंबुलेंस की 40 से अधिक गाड़ियां मरीजों को अस्पताल पहुंचा रही हैं। सुबह साढ़े सात बजे तक कॉल्विन अस्पताल स्थित मर्चरी में 21 लाशें पहुंचाई जा चुकी थीं, लेकिन प्रशासन की ओर से मृतकों की संख्या की आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
हादसे का कारण
बताया जा रहा है कि एक अफवाह के फैलने से भगदड़ मची।संगम नोज पर एंट्री और एग्जिट के रास्ते अलग-अलग नहीं थे। लोग जिस रास्ते से आ रहे थे, उसी रास्ते से वापस जा रहे थे।
भीड़ इतनी अधिक थी कि लोगों का संतुलन बिगड़ गया और वे एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। अमृत स्नान की वजह से ज्यादातर पांटून पुल बंद थे। इसके कारण संगम पर पहुंचने वाली करोड़ों की भीड़ इकट्ठा होती चली गई। वहीं कुछ लोगों का मानना है कि बैरिकेडिंग में खामी के कारण भी यह हादसा हुआ।
प्रशासन ने घटनास्थल पर बड़ी संख्या में एंबुलेंस और राहत दल भेजे। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया था। इसके बाद अखाड़ों ने बैठक की। जिसमें तय हुआ कि 10 बजे के बाद अमृत स्नान करेंगे। PM मोदी ने योगी से 4 बार फोन पर बात की और घटना की जानकारी ली। अब अफसर हेलिकॉप्टर से महाकुंभ की निगरानी कर रहे हैं।
सीएम योगी ने की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांत रहने और प्रशासन का सहयोग करने की अपील की।
परिजनों का दर्द
कई परिवारों के सदस्य इस हादसे में अपनी जान गंवा बैठे। घायल लोग अस्पतालों में दर्द से कराह रहे है।
इस घटना की गहन जांच होनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद प्रदान की जानी चाहिए।
सीएम योगी बोले नियंत्रण में हैं हालात
सीएम योगी ने कहा- हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन भीड़ का दबाव बढ़ता जा रहा है। भक्तों की मदद के लिए पुलिस तैनात है। मेरी अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। यह आयोजन सभी का है।